Heart Attack: शाहनवाज हुसैन बांद्रा में मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार के घर पर थे, तभी उन्हें दिक्कत महसूस हुई. शेलार उन्हें तत्काल लीलावती अस्पताल ले गए और भर्ती कराया. उन्हें फिलहाल आईसीयू में रखा गया है और उनकी हालत स्थिर बताई गई है.
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Shahnawaz Hussain: बीजेपी के सीनियर नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन को हार्ट अटैक के बाद मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वे मुंबई में थे और अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. उन्हें दिल का दौरा पड़ने के बाद मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहां उनकी जांच की गई और फिर एंजियोग्राफी की गई. एंजियोग्राफी करने के तुरंत बाद ब्लॉकेज पाया गया और एक स्टेन लगाया गया है. वे आईसीयू में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर है.
दरअसल, जानकारी के मुताबिक यह सब तब हुआ है जब वे बांद्रा में मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार के घर पर थे, तभी उन्हें दिक्कत महसूस हुई. शेलार उन्हें तत्काल लीलावती अस्पताल ले गए और भर्ती कराया. लीलावती अस्पताल ने भी जानकारी दी है कि शाहनवाज हुसैन को दिल का दौरा पड़ने की वजह से भर्ती किया गया है. फिलहाल उनकी एंजियोप्लास्टी की जा चुकी है. उन्हें प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट करने की भी जानकारी सामने आई थी कि जल्द ही उन्हें शिफ्ट किया जाएगा.
शाहनवाज हुसैन की तबीयत की बात सुनकर स्थानीय बीजेपी नेता लीलावती अस्पताल पहुंच रहे हैं. इससे पहले भी शाहनवाज को अगस्त में स्वास्थ्य संबंधी समस्या के बाद दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. शाहनवाज हुसैन फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. शाहनवाज हुसैन बिहार के किशनगंज और भागलपुर से चुनाव जीतकर संसद में भी पहुंच चुके हैं.
बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले शाहनवाज हुसैन ने साल 1999 में बिहार की किशनगंज लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी. सांसद बनने के समय उनकी उम्र महज 29 साल थी. वे उस समय सबसे युवा सांसद थे. उनको अटल बिहारी सरकार वाजपेयी में मंत्री भी बनाया गया था. साल 2001 में उन्हें कोयला मंत्रालय का राज्य के रूप में स्वतंत्र प्रभार दिया गया था. इसके बाद 2004 में वो लोकसभा चुनाव हार गए थे लेकिन फिर 2006 में भागलपुर से उपचुनाव जीत कर एक बार फिर संसद पहुंचे.
शाहनवाज हुसैन साल 2021 में बिहार विधान परिषद में निर्विरोध पहुंचे थे. उन्हें नीतीश कुमार कैबिनेट में उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी. बिहार में उद्योग मंत्री बनने के बाद उन्होंने कई चर्चित परिवर्तन भी किए. इथेनॉल फैक्ट्री से लेकर देश-विदेश के निवेशकों से मुलाकात की. वे फिलहाल बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. हालांकि बाद में कुछ ही दिन बाद नीतीश कुमार ने सरकार आरजेडी के साथ बना ली थी.