AAP मंत्री बोले, परेशान करने के लिए ED ने 19 साल पुराने मामले में मारी रेड, पर कुछ नहीं मिला
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1943105

AAP मंत्री बोले, परेशान करने के लिए ED ने 19 साल पुराने मामले में मारी रेड, पर कुछ नहीं मिला

Raaj kumar Anand News: मंत्री राजकुमार आनंद ने ED की रेड को AAP नेताओं को परेशान करने का षड्यंत्र बताया. साथ ही कहा कि ED को रेड में कुछ भी नहीं मिला. 

AAP मंत्री बोले, परेशान करने के लिए ED ने 19 साल पुराने मामले में मारी रेड, पर कुछ नहीं मिला

Raaj kumar Anand News: 02 नवंबर की सुबह दिल्ली के कैबिनेट मंत्री राज कुमार आनंद के 09 से ज्यादा ठिकानों पर ED ने छापेमारी की, जो आज सुबह तक चली. लगभग 22 घंटे बाद रेड के खत्म होने पर अब मंत्री राजकुमार आनंद की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने इसे AAP नेताओं को परेशान करने का षड्यंत्र बताया. साथ ही कहा कि ED को रेड में कुछ भी नहीं मिला. 

क्या है मामला
ज़ी मीडिया से खास बातचीत के दौरान राजकुमार आनंद ने कहा कि यह छापेमारी राजनीति से प्रेरित है. लगभग 19 साल पुराना कस्टम का एक मामला है, जिसमें आज तक ED ने न तो उन्हें कोई नोटिस दिया और न ही कोई समन, लेकिन अचानक से ED कल सुबह उनके आवास पर पहुंची. 19 साल पुराने केस में पूछताछ करने लगी, जबकि इस केस से ED से कोई भी लेना-देना नहीं है. राज कुमार आनंद ने बताया कि 10 साल पहले उन्होंने एक ब्रोकर से दुकान किराये पर ली थी, जिसके लिए उन्होंने  ब्रोकर को लगभग 50,000 रुपये दिए थे. उस ब्रोकर के यहां भी ईडी ने छापेमारी की, लेकिन ईडी को इस छापेमारी में कुछ भी नहीं मिला. 

ये भी पढ़ें- Delhi News: BJP सासंद बिधूड़ी की CM केजरीवाल को सलाह, नैतिकता के आधार पर दें इस्तीफा भले पत्नी चलाएं सरकार

आतिशी ने साधा निशाना 
AAP मंत्री आतिशी ने राज कुमार आनंद के घर पर ED छापेमारी को लेकर BJP को आड़े हाथों लिया. आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को समन दिया जाएगा, उन्हें जेल में डाला डाएगा. यह हमने पहले ही कहा था और दो दिन में हमारी भविष्यवाणी सच हो गई. 

राजकुमार आनंद पर 19 साल पुराने केस में छापेमारी की गई, 22 घंटे छापेमारी हुई कुछ नही मिला. रिश्तेदार के यहां भी छापेमारी की गई फिर भी उनको कुछ नही मिला. हम BJP की CBI-ED से डरने वाले नहीं हैं. समन से, छापे से और जेल जाने से भी नहीं डरते हैं. BJP को लगता है कि वो हमें CBI-ED का डर दिखाकर डरा देगी, लेकिन हम सिर पर कफन बांधकर निकले हैं. 

19 साल बाद खोला गया पुराना मामला
आतिशी ने कहा कि यह साल 2005 का मामला है. 19 साल के बाद यह केस खोला गया है, जो राजनीतिक साजिश है. 22-23 घंटे जो रेड  हुई वो बस परेशान करने के लिए है. हम काम की राजनीति करने वालो में से है, बाबा साहब के रास्ते पर चलने वाले लोग है, हम डरने वाले नहीं हैं. 

 

Trending news