केंद्र सरकार पर भड़के सत्यपाल मलिक, क्यों बोले जानवर भी मरता है तो जाता है शोक संदेश...
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1312789

केंद्र सरकार पर भड़के सत्यपाल मलिक, क्यों बोले जानवर भी मरता है तो जाता है शोक संदेश...

मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि एमएसपी (MSP) पर मोदी सरकार की नीयत ठीक नही है. सरकार किसानों को धोखा दे रही है. किसान आंदोलन के दौरान 700 किसान मर गए थे, लेकिन सरकार की तरफ से किसानों के मरने पर संवेदना के दो शब्द भी नहीं कहे थे. 

केंद्र सरकार पर भड़के सत्यपाल मलिक, क्यों बोले जानवर भी मरता है तो जाता है शोक संदेश...

अनिल मोहनिया/नूंह: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है. दिल्ली के बॉर्डर पर 700 किसान मर गए. दिल्ली से अगर कोई जानवर भी मरता है तो शोक संदेश जाता है. उन किसानों के लिए कोई शोक संदेश नहीं गया. राज्यपाल ने कव्वाली की 2 लाइनें गाते हुए कहा कि दामन पे कोई छींट न खंजर पे कोई दाग, तुम कत्ल करो हो कि करामात करो हो. किसानों का तो कत्ल इस हिसाब से हो रहा है कि उन्हें पता ही नहीं चल रहा.

ये भी पढ़ें: दिल्ली में घुसते ही पुलिस ने राकेश टिकैत को हिरासत में लिया, पूछा-क्या किसानों के प्रवेश पर है रोक?

किसानों की इस सरकार से दोबारा लड़ाई होगी और जोरदार लड़ाई होगी. इस देश के किसान को यह सरकार पराजित नहीं कर सकती. उसको आप डरा नहीं सकते. देश के किसान के पास इनकम टैक्स वाले को नहीं भेज सकते, ईडी को नहीं भेज सकते. उसको किससे डराओगे. वह तो पहले ही फकीर है. किसान को तो कहीं का छोड़ा ही नहीं है. इस सरकार से वह लड़ेगा और एमएसपी लेकर रहेगा. एमएसपी लागू इसलिए नहीं हो रही कि प्रधानमंत्री का एक दोस्त है, जिसका नाम अडानी है, जो पिछले 5 सालों में एशिया का सबसे मालदार आदमी हो गया है. जब मैं यहां आता हूं तो गुवाहाटी एयरपोर्ट पर आता हूं. गुवाहाटी एयरपोर्ट पर मुझे सजी संवरी लड़की मिली गुलदस्ता लिए हुए. मैंने पूछा बेटे आप कहां से तो उसने कहा हम अडानी की तरफ से आए हैं. मैंने कहां अडानी का यहां क्या मतलब उसने कहा कि यह एयरपोर्ट अदानी को दे दिया गया है.

वहीं उन्होंने कहा कि एमएसपी (MSP) पर मोदी सरकार की नीयत ठीक नही है. सरकार में मैं भी हूं, लेकिन किसानों के हित की आवाज मैं हमेशा उठाता रहूंगा. मलिक ने कहा कि जब किसान 13 महीने तक दिल्ली में आंदोलन कर रहे थे, तो 700 किसानों की मृत्यू हो गई थी. देश के उच्च पदों पर बैठे लोग किसी जानवर के मरने पर संवदेना जताते हैं, लेकिन किसानों के मरने पर संवेदना के दो शब्द भी किसी के मुंह से नहीं निकलते हैं. इस दौरान मलिक ने कहा कि किसानों को मिलकर लड़ाई लड़नी पड़ेगी. किसानों की सभी कौंम जब एक साथ हो जाएगी तो जीत इनकी ही होगी. 

Trending news