Hamid Ansari को लेकर नया खुलासा, झूठ बोलने का लगा आरोप; पाक पत्रकार से थी 'गहरी' दोस्ती
Advertisement
trendingNow11258122

Hamid Ansari को लेकर नया खुलासा, झूठ बोलने का लगा आरोप; पाक पत्रकार से थी 'गहरी' दोस्ती

Former Vice President Hamid Ansari: बीजेपी ने पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से मामले पर सफाई मांगी तो वहीं कांग्रेस ने पाक पत्रकार के दावे को खारिज कर दिया. अब इस बीच, ऑल इंडिया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ आदिश अग्रवाल ने कांग्रेस और हामिद अंसारी पर आरोप लगाया है.

 

Hamid Ansari को लेकर नया खुलासा, झूठ बोलने का लगा आरोप; पाक पत्रकार से थी 'गहरी' दोस्ती

Dr Adish Aggarwala on Hamid Ansari: पाकिस्तान के पत्रकार नुसरत मिर्जा के खुलासे से पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के निशाने पर हैं. बीजेपी ने हामिद अंसारी से मामले पर सफाई मांगी तो वहीं कांग्रेस ने दावे को खारिज कर दिया. अब इस बीच, ऑल इंडिया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ आदिश अग्रवाल ने कांग्रेस और हामिद अंसारी को लेकर नया खुलासा किया है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, डॉ अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने (हामिद अंसारी और कांग्रेस) आतंकवाद पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में खुलासा नहीं करने का फैसला किया और सरकार को इस मामले की जांच शुरू करनी चाहिए क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और जासूसी से संबंधित है. डॉ अग्रवाल ने हामिद अंसारी पर जानकारी छिपाने और झूठ बोलने का आरोप लगाया है.

डॉ आदिश अग्रवाल ने क्या आरोप लगाया?

डॉ आदिश अग्रवाल ने एक बयान में कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने 11 और 12 दिसंबर, 2010 को विज्ञान भवन में आयोजित आतंकवाद और मानवाधिकारों पर न्यायविदों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उल्लेख किया था, न कि 27 अक्टूबर 2009 को ओबेरॉय होटल, नई दिल्ली में आयोजित जामा मस्जिद यूनाइटेड फोरम द्वारा आयोजित आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का.

उन्होंने कहा कि 2009 के सम्मेलन में हामिद अंसारी, दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और अन्य मुस्लिम नेताओं ने भाग लिया था. डॉ अग्रवाल ने आरोप लगाया कि हामिद अंसारी और उनके दोस्त जामा मस्जिद यूनाइटेड फोरम के सम्मेलन में पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के साथ दोस्ती कर रहे थे. 

बीजेपी ने बुधवार को हामिद अंसारी और कांग्रेस से पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के दावों के बारे में मीडिया रिपोर्टों पर सफाई देने को कहा था. हामिद अंसारी ने कहा था कि मीडिया के कुछ वर्ग और बीजेपी द्वारा व्यक्तिगत रूप से उन पर झूठ के आरोप लगाए गए. 

डॉ अग्रवाल ने कहा कि ऐसा लगता है कि हामिद अंसारी और जयराम रमेश ने सरकारी एजेंसियों और जनता को गुमराह करने के लिए जामा मस्जिद यूनाइटेड फोरम के सम्मेलन के बारे में खुलासा नहीं करने का फैसला किया. 

उन्होंने कहा, 'हामिद अंसारी और जयराम रमेश और अन्य कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा दिए गए बयान स्पष्ट रूप से विकृत, पूरी तरह से असत्य और निंदनीय हैं. यह आश्चर्यजनक है कि देश का एक पूर्व उपराष्ट्रपति गुप्त गतिविधियों में लिप्त हो जाता है और फिर जनता को भटकाने के लिए एक और असंबद्ध घटना के पीछे छिपने की कोशिश करता है. सच्चाई को उजागर करने के लिए, मैं दोहराता हूं कि हामिद अंसारी और उनके दोस्त जामा मस्जिद यूनाइटेड फोरम के सम्मेलन में नुसरत मिर्जा के साथ दोस्ती कर रहे थे.'

डॉ अग्रवाल ने कहा कि सवालों से बचने और पूछताछ से बचने के लिए न्यायविदों के सम्मेलन को छुपाने के लिए बयान दिए गए. उन्होंने कहा कि हामिद अंसारी ने 2010 में आतंकवाद और मानवाधिकार पर न्यायविदों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया था, लेकिन नुसरत मिर्जा न तो आमंत्रित थे और न ही उन्होंने इसमें भाग लिया था. यहां तक ​​कि नुसरत मिर्जा ने भी अपने साक्षात्कार में इस सम्मेलन का उल्लेख नहीं किया है. 

मिर्जा को नहीं बुलाने से क्या नाराज हो गए थे हामिद अंसारी

डॉ अग्रवाल आगे कहते हैं, 'जब सम्मेलन आयोजित किया जा रहा था, तब उसमें भाग लेने का निमंत्रण हामिद अंसारी को भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में भेजा गया था. अशोक दीवान, जो उस समय उपराष्ट्रपति के  सचिवालय के निदेशक के रूप में कार्यरत थे, ने मुझे सूचित किया था कि उपराष्ट्रपति चाहते हैं कि पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा को सम्मेलन में आमंत्रित किया जाए. हालांकि, हम अनुरोध को स्वीकार नहीं कर सके क्योंकि मिर्जा पाकिस्तानी मीडिया से थे और हमने पाकिस्तान से जजों या वकीलों को आमंत्रित नहीं किया था.'

डॉ अग्रवाल ने कहा कि जब अशोक दीवान को पता चला कि हमने उपराष्ट्रपति के आग्रह के बावजूद मिर्जा को आमंत्रित नहीं किया है, तो उन्होंने सम्मेलन से एक दिन पहले मुझे फोन किया और नाराजगी व्यक्त की. 

उन्होंने मुझे यह भी बताया कि हामिद अंसारी को बुरा लगा है और अब वे केवल बीस मिनट के लिए उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे, हालांकि उन्होंने शुरू में एक घंटे के लिए कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सहमति व्यक्त की थी. 

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Trending news