Rahul Gandhi: 'ऐसी शुभ घड़ी में आज रावण की बात क्यों करें...', राहुल गांधी पर हिमंता का वार
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Rahul Gandhi: 'ऐसी शुभ घड़ी में आज रावण की बात क्यों करें...', राहुल गांधी पर हिमंता का वार

Ram Mandir Prana Pratishtha: असम में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा चल रही है. लेकिन सत्ताधारी पार्टी और कांग्रेस के बीच घमासान जारी है.अब असम के सीएम हिमंता बिस्व शर्मा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला है.

Rahul Gandhi: 'ऐसी शुभ घड़ी में आज रावण की बात क्यों करें...', राहुल गांधी पर हिमंता का वार

Himanta Biswa Sarma Attack Rahul Gandhi: असम में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर पार्टी नेता राहुल गांधी और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व शर्मा के बीच घमासान जारी है.  राहुल पर हमला बोलते हुए असम के मुख्यमंत्री ने उनको रावण बता दिया. दरअसल हिमंता से राहुल गांधी को असम के बटद्रबा उपासनास्थल में नहीं जाने देने को लेकर सवाल पूछा गया था. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि देश में राज्य राज्य की प्रतिष्ठा हो गई है, ऐसी शुभ घड़ी में आज रावण की बात क्यों करें? 

राहुल ने दिया धरना

दरअसल, असम के नगांव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को इस बात पर सवाल उठाया कि कानून-व्यवस्था संकट के दौरान सभी लोग वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान पर जा सकते हैं, लेकिन केवल वह नहीं जा सकते.' गांधी को सत्र (शंकरदेव के जन्मस्थान) जाते समय हैबरगांव में रोका गया था जहां उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और समर्थकों के साथ धरना दिया जबकि पार्टी सांसद गौरव गोगोई और बटद्रवा विधायक शिवमोनी बोरा मुद्दे को सुलझाने के लिए जन्मस्थान की ओर बढ़े. उनके लौटने के बाद गांधी ने कहा कि वह शंकरदेव के दर्शन में विश्वास करते हैं क्योंकि हम लोग लोगों को एक साथ लाने और नफरत फैलाने में विश्वास नहीं करते. 

गांधी ने कहा कि उन्हें 11 जनवरी को शंकरदेव के जन्मस्थान का दौरा करने का न्योता मिला था लेकिन रविवार को हमें बताया गया कि वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति है.' उन्होंने कहा, 'इलाके में कानून-व्यवस्था की कुछ समस्या है और यह अजीब है कि गौरव गोगोई और सभी लोग वहां जा सकते हैं लेकिन केवल राहुल गांधी नहीं जा सकते.' राहुल गांधी ने आगे कहा, 'क्या प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी अब तय करेंगे कि कौन मंदिर जाएगा और कब जाएगा.'

दूसरी ओर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को निर्णायक मोड़ और राष्ट्रीय चेतना का पुनर्जागरण बताया. विभिन्न स्थानों पर विशेष प्रार्थना हुई और लोगों ने पटाखे छोड़े. राज्य सरकार ने इस मौके पर राज्य में आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की थी. सोमवार को सरकारी कार्यालय और संस्थान दो बजे तक बंद रहे.

कांग्रेस ने लगाया था हमले का आरोप

इससे पहले रविवार को कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सोनितपुर में न्याय यात्रा के दौरान पार्टी नेता जयराम रमेश और असम इकाई के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा पर हमला किया गया. पार्टी ने कहा कि जयराम रमेश की कार से न्याय यात्रा के स्टिकर हटा दिए और हमलावरों ने वाहन पर बीजेपी का झंडा लगाने की कोशिश की, जिससे पिछला शीशा लगभग टूट गया. कांग्रेस का आरोप है कि जैसे ही बोरा के काफिले के सामने भीड़ आई तो वह अपनी कार से यह देखने निकले कि क्या हो रहा है. तभी किसी ने उनकी नाक पर मुक्का मारा, जिससे खून निकलने लगा. इस घटना में पार्टी के एक अन्य कार्यकर्ता हृदय दास गंभीर रूप से घायल हो गए जो फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं.  

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