जम्मू-कश्मीर में चुनावी आहट! 5 साल बाद CEC की रायशुमारी दे रही बड़ा संकेत
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जम्मू-कश्मीर में चुनावी आहट! 5 साल बाद CEC की रायशुमारी दे रही बड़ा संकेत

Election 2024 : जम्मू और कश्मीर में ज्यादातर राजनीतिक दलों की मांग है कि घाटी में संसदीय और विधानसभा चुनाव एक साथ होने चाहिए. नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और भारतीय जनता पार्टी जैसे राजनीतिक दलों के नेताओं ने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से मुलाकात की.

 

Jammu- Kashmir

Jammu- Kashmir : 5 साल के बाद कश्मीर में राजनीतिक गर्मी देखी गई है. चुनाव आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश में संसदीय चुनावों की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए कश्मीर घाटी में राजनीतिक दलों के साथ बैठकें और परामर्श किया. नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और भारतीय जनता पार्टी जैसे राजनीतिक दलों के नेताओं ने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से मुलाकात की. बताया जा रहा है, कि ज्यादातर राजनीतिक दलों की मांग है, कि घाटी में संसदीय और विधानसभा चुनाव एक साथ होने चाहिए.

 

सीईसी से मुलाकात करने वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने कहा कि उनकी मांग है, कि दोनों चुनाव एक साथ होने चाहिए क्योंकि यूटी में एक साल में दो चुनाव कराने से पर्यटन उद्योग को बड़े पैमाने पर नुकसान होगा.

 

 

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता नासिर असलम वानी ने कहा, कि ''हमने आज श्रीनगर में चुनाव आयोग से मुलाकात की और हमारी मांग थी कि दोनों चुनाव, संसदीय और विधानसभा चुनाव एक साथ होने चाहिए. दस साल हो गए जम्मू कश्मीर के लोगों को अपनी सरकारें चुनने का मौका नहीं मिला है. हमने यह मुद्दा भी उठाया कि घाटी में अब पर्यटन कैसे फल-फूल रहा है और एक साल में दो चुनाव होने से पर्यटन पर असर पड़ सकता है. प्रधानमंत्री भी एक राष्ट्र, एक चुनाव कहते रहते हैं और इसकी शुरुआत जम्मू-कश्मीर से क्यों नहीं करते. 

 

इस बीच, सीईसी से मुलाकात करने वाले भाजपा नेता के प्रतिनिधिमंडल ने लोगों और विशेष रूप से कश्मीरी पंडित समुदाय के लिए मतदान को आसान बनाने पर जोर दिया. भाजपा नेताओं ने भी केंद्र शासित प्रदेश में दोनों चुनाव एक साथ कराने के विचार का समर्थन किया.

 

हम चार लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल थे, हमने जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए मतदान में आसानी के बारे में बात की और घाटी में अधिकतम वोटिंग प्रतिशत कैसे हो, हमने कश्मीरी पंडित वोटों के बारे में भी बात की, उनके लिए भी इसे कैसे सरल बनाया जाए. हम चाहते हैं, कि जम्मू और दिल्ली में मतदान केंद्र स्थापित किए जाएं जहां से वे अपना वोट डाल सकें.

 

बीजेपी नेता एडवोकेट आरएस पठानिया ने कहा, बीजेपी का मानना ​​है, कि चुनाव महत्वपूर्ण हैं और हम चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव जल्द हो और अगर वे दोनों चुनाव एक साथ कराने का फैसला करते हैं, तो हम इसके लिए तैयार हैं.  

 

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि अगर केंद्र कहता है, कि घाटी में सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है तो उन्हें घाटी में दोनों चुनाव एक साथ कराने से कोई नहीं रोक सकता. पीडीपी नेता जी एन हंजुरा ने कहा, कि हमने चुनाव आयोग के समक्ष अपने सभी मुद्दे और चिंताएं उठाईं. हमने यह मुद्दा उठाया कि यदि घाटी में सुरक्षा स्थिति ठीक है, तो उन्हें घाटी में संसदीय और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने से कौन रोक रहा है. हमें उम्मीद है, कि वे उन्हें एक साथ रखने का फैसला करेंगे, 

 

सीईसी ने जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और अधिकारियों के प्रशासन से भी मुलाकात की, साथ ही कश्मीर में स्थिति का प्रत्यक्ष विवरण लेने के लिए सभी क्षेत्रों के जम्मू-कश्मीर पुलिस अधिकारियों और कश्मीर में काम करने वाली अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ परामर्श किया. बताया जा रहा है, कि सीईसी बुधवार को जम्मू में राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करेंगे. 

 

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