छत्तीसगढ़ का अनोखा ब्रेकफास्ट, बड़े चाव के साथ इसे खाते हैं लोग

Bore Basi Day

आज मजदूर दिवस मजदूर दिवस पर कई तरह के कार्यक्रम का आयोजन होता है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस इसे बोरे- बासी दिवस के रूप में मनाएगी. आइए जानते हैं कि आखिरी बोरे- बासी क्या है.

सुबह

छत्तीसगढ़ के ज्यादातर गांवों में सुबह की शुरुआत प्रतिदिन बोरे बासी खाने से होती है.

पोषक तत्वों से भरपूर

छत्तीसगढ़ में गर्मी के मौसम में लोग इसका सेवन ज्‍यादा करते हैं. बोरे-बासी पोषक तत्वों से भरपूर होता है.

पूर्व सीएम बघेल

इसे देश स्तर पर पहचान दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने काफी मेहनत की है.

पका हुआ चावल

बोरे बासी बनाने के लिए पका हुआ चावल और पानी की जरूरत होती है

मिट्टी का बर्तन

चावल को रात में पकाकर ठंडा होने के बाद कांसे अथवा मिट्टी के बर्तन में पानी में डुबाकर रखा जाता है.

बोरे- बासी का सेवन

सुबह नमक, हरी मिर्च, टमाटर की चटनी, प्याज के साथ इसका सेवन किया जाता है.

कब्ज के लिए

ये उच्च रक्तचाप नियंत्रित करता है, पाचन क्रिया में मदद मिलती है. गैस या कब्ज की समस्या वाले लोगों के लिए यह फायदेमंद है

कांग्रेस

आज फिर कांग्रेस मजदूर दिवस को बोरे- बासी दिवस के रुप में मनाएगी. बता दें कि कांग्रेस सरकार के समय में इसे मनाया जाता है.

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