मेरी कश्मीरी गारंटी है, चीनी गारंटी नहीं... बारामूला सीट से नामांकन भर बोले उमर अब्दुल्ला
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मेरी कश्मीरी गारंटी है, चीनी गारंटी नहीं... बारामूला सीट से नामांकन भर बोले उमर अब्दुल्ला

Election 2024 :   नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, कि मैंने पाकिस्तान के जनरलों के खिलाफ चुनाव लड़ा और जीता है. साथ ही  उन्होंने लोगों से कहा कि मेरी गारंटी "कश्मीरी गारंटी" है, चीनी गारंटी नहीं. 

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Jammu and Kashmir : नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा, कि मैंने पाकिस्तान के जनरलों के खिलाफ चुनाव लड़ा और जीता है. आज मैं दिल्ली में सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ रहा हूं, और मैं जीतूंगा. बारामुल्ला लोकसभा सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद उन्होंने कहा, कि यह मेरी कश्मीरी गारंटी है, चीनी गारंटी नहीं. उमर अब्दुल्ला के साथ नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस दोनों के कई वरिष्ठ पार्टी नेता और पदाधिकारी थे. उन्होंने बारामुल्ला लोकसभा सीट के लिए रिटर्निंग ऑफिसर मिंगा शेरपा के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.

नामांकन दाखिल करने के समारोह में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस दोनों के समर्थकों ने एकजुटता दिखाई दिए, जिससे जम्मू-कश्मीर में उमर की एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती के रूप में प्रतिष्ठा की पुष्टि हुई.

 

बहुमत से जीत की उम्मीद
उमर अब्दुल्ला ने बताया कि वह 20 साल के अंतराल के बाद संसदीय चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हें इस सीट पर महत्वपूर्ण बहुमत से जीत मिलने की उम्मीद है. उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाने के लिए भाजपा की आलोचना की और चुनाव आयोग के आचरण पर सवाल उठाए.

नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद उमर अब्दुल्ला ने उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला में एक विशाल रैली को संबोधित किया. उमर ने भाजपा और चुनाव आयोग पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर वे यहां उनके साथ आए लोगों की संख्या देखेंगे, तो वे बारामुल्ला में भी चुनाव में देरी कर सकते हैं. चुनाव आयोग ने अनंतनाग चुनाव की तारीख 7 मई से बढ़ाकर 25 मई कर दी है. उमर ने कहा, जब भी चुनाव होंगे, हम विजयी होंगे. मतदाताओं को 20 मई को तय करना है कि वे अपना उम्मीदवार दिल्ली भेजना चाहते हैं या बारामुल्ला में दिल्ली का प्रतिनिधि चाहते हैं. उमर ने अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी, भाजपा समर्थित पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन का नाम लिए बीमा उनको निशान बनाया.

 

उमर ने आगे कहा, कि मेरी लड़ाई किसी व्यक्ति या पार्टी के खिलाफ नहीं है, बल्कि दिल्ली में बैठी सरकार और नागपुर में बैठे आरएसएस के खिलाफ है, जिसका लक्ष्य इंडिया ब्लॉक को हराना है. उन्होंने आगे कहा, कि मैंने पाकिस्तान के जनरलों के खिलाफ चुनाव लड़ा और जीता. अब मैं अपने लोगों के लिए दिल्ली में बैठी सत्ता के खिलाफ लड़ रहा हूं. 1947 में हमारे पास कोई अधिकार नहीं था और 2019 के बाद हम फिर से उसी जगह पर हैं. जब मैं संसद पहुंचूंगा, तो लोगों के अधिकारों की वापसी के लिए लड़ूंगा.

प्रधानमंत्री मोदी के गारंटी वाले बयानों पर कटाक्ष करते हुए उमर अब्दुल्ला ने लोगों से कहा, यह मेरी गारंटी है, न कि चीनी गारंटी जो दूसरे दे रहे हैं. यह शुद्ध कश्मीरी गारंटी है. उमर अब्दुल्ला बारामुल्ला निर्वाचन क्षेत्र से शीर्ष दावेदारों में से एक हैं, क्योंकि उनका सीधा मुकाबला पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद गनी लोन से होगा.

बारामुल्ला की दौड़ मुख्य रूप से दो उम्मीदवारों, उमर अब्दुल्ला और सज्जाद लोन के बीच है. जबकि उमर अब्दुल्ला इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं, और सज्जाद लोन को अपनी पार्टी जैसी पार्टियों और बैक चैनल के माध्यम से भाजपा का समर्थन प्राप्त है. ओकर के लिए यह चुनाव जीतना बेहद ज़रूरी है अपना और अपने दल नेशनल कांफ्रेंस का अस्तित्व बचाने के लिए. 

भाजपा ने अभी तक कश्मीर से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. सज्जाद लोन ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है और इसे बहुत ही सरल रखा है क्योंकि पिछले सप्ताह उत्तरी कश्मीर में लगातार बारिश ने बाढ़ जैसे हालत पैदा किए थे. 

 

2019 के संसदीय चुनाव में बारामुल्ला से चुनाव हारने वाले सज्जाद लगातार उमर अब्दुल्ला पर निशाना साध रहे हैं, जब से उमर ने बारामुल्ला चुनाव में उतरने का फैसला किया है, सज्जाद का कहना है कि उमर इस निर्वाचन क्षेत्र के पर्यटक हैं, क्योंकि उन्होंने हमेशा मध्य कश्मीर से चुनाव लड़ा है और यह पहली बार है जब उमर बारामुल्ला से चुनाव लड़ रहे हैं, उमर ने टूरिस्ट लेबल का जवाब देते हुए कहा कि मेरी मां इस जगह से ताल्लुक रखती हैं, मेरा तंगमर्ग में घर था, मैं पर्यटक नहीं हूं, लेकिन उन लोगों को जवाब देना चाहिए कि वे अपनी जीत को सनुश्चित करने के लिए पर्यटकों का सहारा क्यों ले रहे हैं.

2019 के चुनावों में, नेशनल कॉन्फ्रेंस के मोहम्मद अकबर लोन ने बारामुल्ला सीट से संसदीय चुनाव जीता. जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के मुहम्मद अकबर लोन ने 1,33,426 वोटों के साथ यह सीट जीती, जबकि सज्जाद लोन की अध्यक्षता वाली जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (JKPC) के राजा ऐजाज अली 1,03,193 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. 

बारामुल्ला में 17.28 लाख से ज़्यादा मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें 8.7 लाख पुरुष और 8.5 लाख महिलाएँ हैं. 33 ट्रांसजेंडर भी पंजीकृत हैं. अब तक लगभग 12 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है और अगले 24 घंटों में कुछ और उम्मीदवारों नामांकन दाखिल कर सकते है.

बताया जा रहा है, कि पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद गनी लोन और जेल में बंद एक स्वतंत्र उम्मीदवार इंजीनियर राशिद जैसे प्रमुख राजनीतिक हस्तियों सहित कुल 11 उम्मीदवारों ने बारामुल्ला में चुनावी मैदान के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है, यहाँ यह उल्लेख करना ज़रूरी है कि राशिद वर्तमान में टेरर फंडिंग के आरोपों का सामना कर रहे तिहाड़ जेल में हैं. इस संसदीय क्षेत्र में इस महीने 20 मई को मतदान होगा.

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