अब सवाल यह उठता है कि क्या सच में बागेश्वर सरकार शादी की योजना बना रहे हैं? जया किशोरी और बागेश्वर सरकार की शादी की खबरों में कितनी सच्चाई है?
शादी को लेकर पूछे गए सवाल का खुद बागेश्वर सरकार ने जवाब दिया है. उनसे शादी की चर्चाओं पर कई बार सवाल किए जा चुके हैं. लोगों के मन में भी ये सवाल कई दिनों से घूम रहा है.
तमाम चर्चाओं और कयासों के बीच बागेश्वर सरकार ने एक इंटरव्यू में खुद खुलासा किया और अपने मन की बात बताई.
पहले आपको मशहूर कथावाचक जया किशोरी के बारे में बताते हैं. जया किशोरी जानी-मानी मोटिवेशनल स्पीकर हैं.
कथावाचक जया किशोरी का पूरा नाम जया शर्मा. 13 जुलाई 1995 को राजस्थान के सुजानगढ़ में जन्मीं जया किशोरी के पिता राधे श्याम हरितपाल (शिव शंकर शर्मा) है. उनकी मां गीता देवी हरितपाल हैं और एक बहन चेतना शर्मा भी हैं.
ब्राह्मण परिवार की जया किशोरी अपने भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं. वो बचपन से ही भगवान की भक्ति में रम गई थीं.
अब बात करते हैं बागेश्वर सरकार और जया किशोरी की शादी को लेकर फैली खबरों के बारे में. बागेश्वर सरकार ने कहा कि इन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है. न ही उनके मन में कोई ऐसा भाव है.
बता दें कि बागेश्वर सरकार स्वयंभू धर्मगुरु हैं. देश भर में धार्मिक यात्रा और अपनी कथा के लिए जाने जाते हैं. हाल ही में महाराष्ट्र स्थित एक अंधविश्वास विरोधी संगठन ने उन्हें नागपुर में एक कार्यक्रम में चमत्कारी शक्तियों का प्रदर्शन करने के लिए चुनौती दी थी.
स्वयंभू संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने गुरुवार को 'घर वापसी' की दिशा में काम करने और 'धर्म परिवर्तन' को समाप्त करने का आश्वासन दिया. छत्तीसगढ़ के रायपुर में उन्होंने "सनातन धर्म के खिलाफ बोलने वालों का बहिष्कार" करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा, “जब तक हम जीवित हैं, हम अधिकतम संख्या में लोगों की ‘घर वापसी’ सुनिश्चित करेंगे और धर्म परिवर्तन को रोकेंगे. हमें हिंदुओं के बीच एकता पर ध्यान केंद्रित करना है और सनातन धर्म के खिलाफ बोलने वालों का बहिष्कार करना है.
बागेश्वर धाम 'बाबा' महाराष्ट्र के एक संगठन द्वारा उनके सत्संग में उनकी कथित शक्ति के खिलाफ चुनौती देने के बाद से चर्चा में हैं. जिससे वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रेंडिंग टॉपिक में से एक बन गए हैं.
बागेश्वर सरकार पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया गया है. शुरू में उन्होंने चुनौती को अस्वीकार कर दिया और कथित तौर पर वहां से भाग गए. हालांकि, बाद में उन्होंने चुनौती स्वीकार की और संगठन से रायपुर में उनसे मिलने की मांग की.
दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय सहित कई भाजपा नेता स्वयंभू संत के समर्थन में सामने आए हैं. हमेशा विवादों में रहने वाले भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली में बागेश्वर सरकार के समर्थन में एक रैली भी निकाली.
कपिल मिश्रा ने कहा कि बागेश्वर सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. उन्हें धर्मांतरण और "लव जिहाद" के खिलाफ बोलने के लिए निशाना बनाया जा रहा है.
बागेश्वर धाम की वेबसाइट के मुताबिक धीरेंद्र शास्त्री 26 साल के हैं और उनकी कथा लाखों श्रद्धालुओं को इस धार्मिक स्थल की ओर खींचती है. वेबसाइट के मुताबिक बागेश्वर सरकार कई लोक कल्याणकारी पहलों से जुड़े हुए है.
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