Rajasthan Congress Candidate List: कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की दिल्ली में बुधवार को हुई बैठक के बाद उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
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Rajasthan Congress Candidate List राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने में कांग्रेस को खासी माथा-पच्ची से गुजरना पड़ा है. राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीट पर 25 नवंबर को मतदान होगा. वहीं मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. जहां एमपी की 144 सीटों के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर चुकी है. वहीं राजस्थान में उम्मीदवारों के नाम अब तक फाइनल नहीं हो सके.
सीईसी बैठक में हुआ मंथन
उम्मीद जताई जा रही थी कि कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की दिल्ली में बुधवार को हुई बैठक के बाद शायद कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो जाए लेकिन ऐसा हुआ नहीं. बताया जा रहा है कि ज्यादातर सीटों पर नाम फाइनल हो चुके हैं लेकिन कुछ नामों पर राहुल गांधी ने फिर से विचार करने को कहा है. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़ने की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अशोक गहलोत समेत अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए.
प्रियंका गांधी की होगी बड़ी भूमिका
प्रत्याशियों की लिस्ट को अंतिम रूप देने में प्रियंका गांधी की बड़ी भूमिका होने जा रही है. इससे पहले राजस्थान कांग्रेस के कई बड़े मुद्दे सुलझाने में प्रियंका की बड़ी भूमिका रही है. इनमें गहलोत-पायलट विवाद और मानेसर प्रकरण भी शामिल है.
बीस अक्टूबर को यानी कल दौसा में प्रियंका गांधी की रैली है, माना जा रहा है कि इसके बाद ही पार्टी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होगी. पार्टी के दिग्गज आयोजन को सफल बनाने में लगे हुए हैं. प्रियंका की सभा में एक लाख लोगों को जुटाने की तैयारियां की जा रही हैं. दौसा वैसे भी राजेश पायलट का गढ़ रहा है. इसलिए प्रियंका का फीडबैक अहम हो सकता है.
बिना विवाद वाली सीटों पर नाम फाइनल
प्रदेश की जिन सीटों पर कोई विवाद नहीं है, उन पर उम्मीदवारों के नाम तय हो चुके हैं. इनमें- सीएम अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट समेत उन विधायकों के नाम शामिल हैं जिन्होंने पिछले चुनावों में लगातार जीत दर्ज की है. जहां तक टिकट कटने की बात है तो कहा जा रहा है कि ऐसे 15 विधायकों के नाम काटे गए हैं जिनकी जीत मुश्किल मानी जा रही है.
हालांकि मुख्यमंत्री गहलोत चाहते हैं कि अधिक से अधिक मौजूदा विधायकों को टिकट दिया जाए. उनका मानना है कि जमीन पर काम विधायकों के कारण ही हुए हैं इसलिए उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.