बाड़मेर: राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रमों का समापन
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बाड़मेर: राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रमों का समापन

राष्ट्रीय अपराध रेकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े का जिक्र करते हुए साइबर अपराध से बचने के संबंध में मंत्र दिया कि “प्रीकॉशन इस बेटर देन क्योर”. हुकमाराम सुथार ने साइबर क्राइम जागरूकता को आज के समय की मांग बताते हुए ऐसे और कार्यक्रम करने का आहवाहन किया. 

बाड़मेर: राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रमों का समापन

Barmer: राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, बाडमेर मे राष्ट्रीय साइबर जागरुकता माह- अक्टूबर 2022 के अंतर्गत शहर के विद्यालयों और महाविद्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों का समापन समारोह आयोजित किया गया. 

कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर दीपक भार्गव बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे. साथ ही पुलिस उपअधीक्षक रणवीर सिंह, प्राचार्य एमबीसी राजकीय कन्या महाविद्यालय हुकमाराम सुथार, प्राचार्य इंजीनियरिंग महाविद्यालय एस के विशनोई, प्रभारी अधिकारी डीसीआरबी महिपाल सिंह बतौर अतिथि मौजूद रहे.

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कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती कि वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ. कार्यक्रम समन्वयक और विषय विशेषज्ञ प्रशांत जोशी ने उक्त कार्यक्रम मे भाग ले रहे अतिथियों और ऑनलाइन वक्ताओं का स्वागत और परिचय करवाया. जोशी ने भारत सरकार द्वारा अक्टूबर 2022 साइबर जागरूकता माह मनाने के उद्देश्य और इस वर्ष कि विषय वस्तु से सबको अवगत कराया. कार्यक्रम सह-समन्वयक रोशन लाल जैन ने समस्त जिले में इस जागरूकता अभियान के दौरान हुए कार्यक्रमों की झलकियां प्रस्तुत की तथा मुख्य अतिथि का परिचय दिया.

इस अवसर पर भार्गव ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी देश कि सुरक्षा बिना साइबर स्पेस सुरक्षा के संभव नहीं है. आज के तकनीकी दौर मे देश विदेश में साइबर अपराधी बड़ी आसानी से साइबर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं. हमें इस डिजिटल युग में लगातार अपने आप को अपडेट रखना है. अपनी निजी जानकारियां सोशल मीडिया पर साझा नहीं करनी चाहिए. 

राष्ट्रीय अपराध रेकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों का हुआ जिक्र
राष्ट्रीय अपराध रेकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े का जिक्र करते हुए साइबर अपराध से बचने के संबंध में मंत्र दिया कि “प्रीकॉशन इस बेटर देन क्योर”. हुकमाराम सुथार ने साइबर क्राइम जागरूकता को आज के समय की मांग बताते हुए ऐसे और कार्यक्रम करने का आहवाहन किया. एस के विशनोई ने आज के परिपेक्ष्य में विद्याथियों को साइबर लिटेरसी से आगे बढ़कर इससे संबन्धित विभिन्न अकैडमिक कोर्स किए जाने की महती आवश्यकता पर प्रकाश डाला.

आलोक बंसल ने कही ये बातें
निदेशक तकनीकी शिक्षा आलोक बंसल ने ऑनलाइन जुडते हुए संस्थान को ऐसे कार्यक्रम करने पर बधाई देते हुए आगामी समय में और कार्यक्रम करने की आवश्यकता जताई. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सहायक निदेशक, मनोज सिंह ने परिषद द्वारा उच्च शिक्षण संस्थाओं मे साइबर जागरूकता के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं राजस्थान में चल रहे विभिन्न तकनीकी पाठ्यक्रमों की जानकारी प्रदान की.

सेक्सटोरशन, फिशिंग, साइबर बुलिंग, फ़ेक न्यूज़ पर दी जानकारी
समारोह में अतिथियों द्वारा विभिन्न संस्थानो मे आयोजित हुई प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार वितरत किए गये. विशेषज्ञ प्रियंका मीना ने विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध यथा सेक्सटोरशन, फिशिंग, साइबर बुलिंग, फ़ेक न्यूज़, सोशल मीडिया संबंधी अपराध, तथा इनसे से सुरक्षा संबंधित सावधानियों के बारे में विस्तृत प्रेजेंटेशन के माध्यम से अवगत कराया. 

संस्थान के प्राचार्य कमल पंवार ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा कार्यकारी टीम के प्रयासों को सराहते हुए सम्मानित किया . प्राचार्य द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेट किया गया . कार्यक्रम में संस्थान के प्रवक्ता संजय शर्मा, अचलाराम, अमृत लाल, कैलाश कुमार, वसुदेव, पुरुषोत्तम, सूर्यप्रकाश, किशन दवे उपस्थित रहे.

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