Satpal Mallik News: जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. मोदी तीसरी बार सत्ता में आए तो मुझे जेल में डाल देंगे, क्योंकि मैं मोदी का दुश्मन नम्बर वन हूं.
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Satpal Mallik News: जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. मलिक ने कहा कि मैं भाजपा के खिलाफ नहीं हूं, गडकरी के भी खिलाफ नहीं हूं, मोदी और उनके कार्यों के खिलाफ हूं, जिसके काम पसंद नहीं है उनके खिलाफ हूं. मोदी तीसरी बार सत्ता में आए तो मुझे जेल में डाल देंगे, क्योंकि मैं मोदी का दुश्मन नम्बर वन हूं.
पिंकसिटी प्रेस क्लब में शुक्रवार को पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक ने पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. सतपाल मलिक ने किसानों से विधानसभा चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं देने की अपील करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में जाति बिरादरी का फर्क मिटाकर वोट करें अपने हितों के लिए वोट करे. कौन आबाद करना चाहते हैं कौन बर्बाद करना चाहता है, मुझे जो प्रचार के लिए बुला रहे हैं वहां जा रहा हूं, लेकिन कोई पार्टी ज्वॉइन नहीं करूंगा.
मलिक ने पुलवामा घटनाक्रम का जिम्मेदार मोदी सरकार को ठहराया. पुलवाला में चालीस जवान शहीद हो गए, लेकिन पीएम पांच बजे तक नहीं मिले बल्कि फिल्म बना रहे थे. पुलवामा शहीद की वीरांगानाओं को न्याय दिलाने के लिए जरूरी होता तो आंदोलन किया जाएगा. पूरे देश में दशहत का माहौल है वो ही लड़ सकता है जो फकीर है. यह विपक्ष की ड्यूटी है जो मैं कर रहा हूं. पुलवामा इनकी लापरवाही से हुआ है, आज तक इनकी जांच नहीं हुई है. मैनें कभी नहीं कहा कि इन्होंने करवाया.
मलिक ने कहा कि बीजेपी की मोदी सरकार किसानों के खिलाफ है. चार कानून वापस लिए. एमएसपी कानून बनाने की मांग है, सरकार इसे पूरा नहीं कर रही है. ईआरसीपी (ERCP) एक ऐसा प्रोजेक्ट है जिसे राजस्थान को फायदा होने वाला था, लेकिन केंद्र सरकार ने छोड़ दिया. एमएसपी कानून लागू नहीं कर रहे हैं जबकि गुजरात में थे तब इसके लिए पीएम को चिट्ठी लिखी थी. वादा करने के बावजूद क्योंकि अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए एमएसपी लागू नहीं कर रहे हैं.
मलिक ने कहा कि बीजेपी ने राज्यपाल बनाया इसके लिए उसका आभारी हूं, लेकिन अपनी स्वतंत्रता विचार बुद्धि गिरवी नहीं रखी है. बीजेपी के खिलाफ नहीं बोल रहा हूं, पीएम की नीति के खिलाफ बोल रहा हूं. मोदी किसी जमाने में मेरे मित्र थे, गुजरात में तब ठीक थे लेकिन दिल्ली आने के बाद गडबड हो गए. मोदी सरकार ने मेरी सिक्योरिटी हटा ली, जबकि जम्मू कश्मीर के राज्यपालों को आजीवन सुरक्षा दे रखी थी.