Jaipur News: स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार रैंकिंग गिरने के बाद नगर निगम हेरिटेज अपनी खामियों को सुधारने में जुट गया है. इसकी पहल डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की मौजूदा व्यवस्था में अहम बदलाव और उसकी सख्ती से पालना कराने से की जा रही है.
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Rajasthan News: नगर निगम हेरिटेज क्षेत्र में 100 फीसदी डोर टू डोर कचरा संग्रहण को लेकर हूपरों की संख्या बढ़ाई जा रही है. साथ में हेरिटेज निगम परकोटे में बढ़ते पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए अब डीजल की जगह सीएनजी हूपर खरीद रहा है. ये हूपर स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 टूलकिट के अनुसार तैयार करवाए जा रहे हैं. शुरुआत में 100 सीएनजी हूपर खरीदे जा रहे हैं. ये आने के साथ हेरिटेज निगम में हूपरों की संख्या 333 से बढ़कर 433 हो जाएगी. इससे क्षेत्र में कचरा उठाने में दिक्कत कम हो जाएगी. वहीं ओपन कचरा डिपो भी जल्द खत्म होंगे.
सीएनजी बेस्ड 100 हूपर खरीद रहा निगम
हालांकि, अभी वर्तमान में डोर टू डोर कचरा संग्रहण काम देख रही फर्म द्वारा 233 हूपर भी सीएनजी वाले संचालित किए जा रहे हैं. इसके अलावा नगर निगम हेरिटेज के खुद के पास 100 हूपर डीजल द्वारा संचालित हो रहे हैं, लेकिन नगर निगम खुद के स्तर पर जो हूपर की खरीद कर रहा है वो सीएनजी बेस्ड हैं. आयुक्त अभिषेक सुराणा ने बताया कि इन हूपरों से कचरा उठाने के साथ ही पॉल्यूशन भी नहीं होगा. 100 सीएनजी हूपर में से 10 तो निगम प्रशासन को मिल चुके हैं, बाकी 90 हूपर जून के अंतिम सप्ताह तक मिलने की उम्मीद है. उन्होने बताया कि डीजल हूपर की कीमत 7.8 लाख रुपए है. वहीं, सीएनजी 6.41 लाख रुपए का ही मिल रहा है. सीएनजी हूपर का माइलेज डीजल हूपर के मुकाबले काफी ज्यादा है.
कचरे के लिए अलग-अलग कुल 4 बॉक्स
नगर निगम हेरिटेज के स्वास्थ्य उपायुक्त सोहन सिंह नरूका ने बताया कि जल्द ही सीएनजी हूपर घरों से कचरा एकत्रित करते नजर आएंगे. इसको लेकर ड्राइवर और हेल्पर को ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि गीले और सूखे कचरे को अलग किया जा सके. हूपर में सूखा कचरा, गीला कचरा, घरेलू हानिकारक और घरेलू सेनेटरी वेस्ट कचरे के लिए अलग-अलग कुल 4 बॉक्स बनाए गए हैं. इन्हें चलाने के लिए ड्राइवर और हेल्पर को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है. हूपर चालक और हेल्पर को कचरा संग्रहण, वाहन की गति, कचरा निस्तारण केंद्र पर जिम्मेदारियों के बारे में अवगत कराया जा रहा है.
शाम को बाजारों में बढ़ेगी हूपरों की संख्या
उन्होंने बताया कि प्रतिदिन रहवासी और व्यावसायिक क्षेत्र की सफाई की जाए, शहर के नागरिकों से हूपर चालक और हेल्पर अच्छा व्यवहार करें, वार्ड में कचरा संग्रहण के लिए निश्चित समय पर जाएं, चालक दल पूरी ड्रेस में रहे, आमजन को सूखा और गिला कचरा अलग-अलग डालने को कहे आदि चीजों को लेकर हूपर चालक और हेल्पर को ट्रेन किया जा रहा है. उन्होने बताया कि भविष्य में जयपुर को स्वच्छ और पॉल्यूशन फ्री बनाने के साथ ही किसी भी तरह के संक्रमण से भी बचाया जा सके, इसके लिए यह कदम उठाया जा रहा है. नरूका ने बताया कि शाम को बाजारों में कचरा संग्रहण के लिए हूपरों की संख्या बढ़ा दी जाएगी. साथ में जिन वार्डों का क्षेत्रफल ज्यादा है, उन इलाकों में हूपर की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी.
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