Jhunjhunu News: झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ में जवान नंदू सिंह की पार्थिव देह सेना की गाड़ी की बजाय एम्बुलेंस से लाने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए. तिरंगा रैली के साथ जवान नंदू सिंह की पार्थिव देह को सूरजगढ़ से लेने आए ग्रामीणों ने घरडू चौराहे के पास जवान नंदू सिंह को शहीद का दर्जा देने और उनकी पार्थिव देह को तिरंगे के साथ सेना की गाड़ी में गांव तक ले जाने की मांग को लेकर सीकर लोहारू मार्ग पर जाम लगा दिया.
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Jhunjhunu News: राजस्थान में झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ में जवान नंदू सिंह की पार्थिव देह सेना की गाड़ी की बजाय एम्बुलेंस से लाने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए. तिरंगा रैली के साथ जवान नंदू सिंह की पार्थिव देह को सूरजगढ़ से लेने आए ग्रामीणों ने घरडू चौराहे के पास जवान नंदू सिंह को शहीद का दर्जा देने और उनकी पार्थिव देह को तिरंगे के साथ सेना की गाड़ी में गांव तक ले जाने की मांग को लेकर सीकर लोहारू मार्ग पर जाम लगा दिया.
ग्रामीणों ने बताया कि जवान नंदू सिंह लेह लद्दाख में गोला बारूद डिपो में तैनात थे और ड्यूटी के दौरान बम फटने से उनका निधन हुआ हैं. तो ग्रामीणों की मांग है जवान नंदू सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए और उनकी पार्थिव देह को सेना की गाड़ी में सूरजगढ़ से उनके गांव स्यालू कलां में तिरंगे के साथ ले जाया जाए.
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सीकर लोहारू स्टेट हाईवे के जाम होने की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास किया. मगर ग्रामीण जवान नंदू सिंह को शहीद का दर्जा देने सहित अन्य मांगों पर अड़े हुए हैं. आपको बता दें कि सूरजगढ़ उपखंड के गांव स्यालू कलां निवासी नंदूसिंह लेह लद्दाख में आर्मी के गोला बारूद डिपो (एफएडी41) में ट्रेडसमेन मेट के पद पर कार्यरत था.
8 मई को डिपो में ड्यूटी के समय एक बम फटने से नंदू सिंह घायल हो गए. जिन्हें पहले लेह लद्दाख के ही आर्मी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन नंदू सिंह की हालत गंभीर होने पर उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई में रैफर कर दिया गया. जहां पर नंदूसिंह ने सोमवार को ईलाज के दौरान निधन हो गया था.