Pratapgarh latest News: प्रतापगढ़ जिले की कृषि उपज मंडी जो संभाग की प्रमुख मंडी है. इसके साथ ही यहां गत वर्षों से उपज की आवक भी बढ़ रही है. ऐसे में यहां कई समस्याएं भी बढ़ रही हैं. इसके साथ ही स्थिति को देखते हुए मंडी प्रशासन की ओर से भी व्यवस्थाओं में सुधार की कवायद की जा रही है. हालांकि अब भी कई समस्याएं हैं. इनके समाधान की दरकार है.
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Pratapgarh latest News: राजस्थान में प्रतापगढ़ जिले की कृषि उपज मंडी जो संभाग की प्रमुख मंडी है. इसके साथ ही यहां गत वर्षों से उपज की आवक भी बढ़ रही है. ऐसे में यहां कई समस्याएं भी बढ़ रही हैं. इसके साथ ही स्थिति को देखते हुए मंडी प्रशासन की ओर से भी व्यवस्थाओं में सुधार की कवायद की जा रही है. हालांकि अब भी कई समस्याएं हैं. इनके समाधान की दरकार है. कृषि उपज मंडी में सीजन में उपज की बंपर आवक होती है.
ऐसे में यहां जगह कम होने से वाहनों को मंडी गेट के बाहर ही खड़े करने पड़ते हैं. जिससे निलामी और तुलाई के बाद कई बार रात हो जाती है. इसके लिए किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वहीं दूसरी ओर यहां पर छपरों में और बीच परिसर में कई बार जिंसों की बोरियों के ढेर पड़े रहते हैं. जिससे किसानों को अपनी जिंसों को खुले में खाली करनी पड़ती है. जिससे गर्मी, बारिश से समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसे देखते हुए मंडी प्रशासन की ओर से छपरों को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है.
वहीं व्यापारियों को सख्त हिदायत दी गई है. जिसमें छपरों में अतिक्रमण नहीं करने और परिसर में कहीं भी अनावश्यक बोरियों के ढेर नहीं लगाए जाए. समय पर ही बोरियों को उठाया जाए. कई बार समय पर निलामी नहीं होने की भी समस्या सामने आती रहती है. इसे देखते हुए भी मंडी प्रशासन से निर्देश जारी किए हैं. जिसमें समय पर निलामी शुरू की जाए. जिससे किसानों को अपने घर पहुंचने में कोई समस्या नहीं हो.
मंडी में गत वर्षों से जगह की समस्या को देखते हुए बगवास में तीन वर्ष पहले फल एवं सब्जी मंडी बनाई गई थी. ऐसे में यहां अभी सब्जियों की निलामी की व्यवस्था चल रही है, जबकि लहसुन-प्याज मंडी को भी यहां स्थानांतरित करने की प्रक्रिया चल रही है. जिसमें व्यापारियों को दुकानों का आवंटन किया गया है. यहां दुकानों का निर्माण करने पर लहसुन-प्याज मंडी को स्थानांतरित की जाएगी. जिससे मुख्य मंडी में जगह की समस्या से निजात मिल सकेगी.
मंडी परिसर में गत कई वर्षों से छपरों पर व्यापारियों का कब्जा होने की समस्या चल रही थी. जिससे किसानों को अपनी जिंसों को खुले में ढेर करने पर कई प्रकार की समस्याएं चल रही थी. इसे देखते हुए मंडी प्रशासन ने दो छपरों को व्यापारियों से खाली करवाए. इसके साथ ही परिसर में अन्य स्थानों पर भी रखी बोरियों को हटाया गया.
यहां कृषि उपज मंडी में सभी जिंसों की निलामी का समय निर्धारित किया गया है. जिसमें गेहूं, मक्का का समय सुबह 10 बजे से, चना, मसूर, उड़द और तुवर का समय 11.30 बजे, सोयाबीन का समय सुबह 11 बजे, अलसी और सरसों का समय दोपहर 2 बजे, मैथी, अजवाइन का समय 12.15 बजे और लहसुन-प्याज का समय सुबह 10 बजे निर्धारित किया गया है.