दिसंबर 2021 से ही मैन्यूफैक्चरिंग बंद, कोविशील्ड विवाद के बीच सीरम इंस्टीट्यूट का नया बयान
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दिसंबर 2021 से ही मैन्यूफैक्चरिंग बंद, कोविशील्ड विवाद के बीच सीरम इंस्टीट्यूट का नया बयान

Serum Institute: उधर टीके के साइड इपेक्ट्स को लेकर एस्ट्राजेनेका यूके लिमिटेड के खिलाफ ब्रिटेन के उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1987 की धारा 2 के तहत क्षतिपूर्ति के लिए अदालत में कई लोगों ने केस किया है.

दिसंबर 2021 से ही मैन्यूफैक्चरिंग बंद, कोविशील्ड विवाद के बीच सीरम इंस्टीट्यूट का नया बयान

Covishield Astrazeneca: कोविशील्ड पर मचे विवाद के बीच उधर एस्ट्राजेनेका ने वैक्सीन वापस मंगानी शुरू कर दी हैं. एस्ट्राजेनेका ने भारत में सीरम इंस्टिट्यूट के साथ मिलकर ये वैक्सीन बनाई थी. अब मामले में सीरम इंस्टिट्यूट का बयान सामने आया है. कंपनी ने एक बयान में कहा कि महामारी के बाद से उपलब्ध टीकों की अधिक संख्या को देखते हुए इन्हें वापस मंगाने की प्रक्रिया शुरू की गई है. कंपनी ने कुछ दिन पहले यह स्वीकार किया था कि उसके टीकों के कारण खून के थक्के जमने और प्लेटलेट कम होने के मामले सामने आए हैं. इसके अलावा सीरम ने यह भी कहा है कि एसआईआई ने कहा कि उसने दिसंबर 2021 से कोविशील्ड की अतिरिक्त खुराक का निर्माण और आपूर्ति बंद कर दी है.

असल में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने दोहराया उसने 2021 में पैकेजिंग में खून के थक्के जमने के साथ- साथ प्लेटलेट कम होने सहित सभी दुर्लभ से बहुत दुर्लभ दुष्प्रभावों की जानकारी दी थी. एस्ट्राजेनेका ने वैक्सीन विकसित करने के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी की थी. इन टीकों को भारत में कोविशील्ड और यूरोप में ‘वैक्सजेवरिया’ के नाम से बेचा गया था. 

एस्ट्राजेनेका द्वारा मंजूरी वापस..
वहीं यूरोपीय संघ की औषधि नियामक यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी ने मंगलवार को एक नोटिस जारी कर पुष्टि की कि मार्च में एस्ट्राजेनेका द्वारा मंजूरी वापस लेने के बाद वैक्सजेवरिया अब ईयू के 27 सदस्य देशों में इस्तेमाल के लिए अधिकृत नहीं है. एस्ट्राजेनेका के बयान में कहा गया कि इसी तरह वह वैक्सजेवरिया के लिए विपणन मंजूरी वापस लेने के लिए दुनिया भर के नियामक अधिकारियों के साथ काम करेगी. 

उपलब्ध टीकों की संख्या अधिक..
एस्ट्राजेनेका के बयान में यह भी कहा गया है कि एस्ट्राजेनेका ने यूरोप में वैक्सजेवरिया के लिए विपणन मंजूरी को वापस लेने का निर्णय लिया है. अब हम इस अध्याय को समाप्त करने और कोविड​-19 महामारी में महत्वपूर्ण योगदान के लिए एक स्पष्ट मार्ग पर आगे बढ़ने को लेकर नियामकों और हमारे भागीदारों के साथ काम करेंगे. बयान में कहा गया कि चूंकि कई प्रकार के कोविड ​​-19 टीके विकसित हो चुके हैं, इसलिए उपलब्ध टीकों की संख्या अधिक है. 

लोग स्वास्थ्य के प्रति चिंतित..
बता दें कि पूरी दुनिया में गहराती चिंताओं के बीच अब एस्ट्राजेनेका ने अपनी सारी वैक्सीन वापस मंगा ली है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि भारत में कोरोना से बचाव के लिए करोड़ों लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन ही लगवाई है. वैक्सीन पर सवाल उठने के बाद लोग स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हो गए हैं. हालांकि जानकारों ने यह भी कहा कि बहुत अधिक चिंतित होने की जरूरत नहीं है. Agency Input

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