Mauni Amavasya 2024: माघ मेला प्रशासन ने बताया कि गंगा और यमुना के घाटों पर जल में डीप वाटर बैरिकेटिंग की गई, जल पुलिस के अलावा प्रशिक्षित गोताखोर को घाटों पर लगाया गया है, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी घाटों पर मुस्तैद रहेंगी.
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Mauni Amavasya 2024: कल मौनी अमावस्या है. ऐसे में संगम में मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर डुबकी लगाने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच गए हैं. माघ मेला प्रशासन ने मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर तैयारियां पूरी होने का दावा किया है. माघ मेला प्रशासन ने बताया कि मेला क्षेत्र में गंगा और यमुना के तट पर कुल 12 स्नान घाट बनाए गए हैं, स्नान घाटों पर महिला श्रद्धालुओं के लिए चेंजिंग रूम भी बनाया गया है. स्नान घाटों पर सुरक्षा के लिहाज से भी सभी जरूरी तैयारियां की गईं हैं.
घाटों ने एनडीआरएफ की टीम रहेगी तैनात
माघ मेला प्रशासन ने बताया कि गंगा और यमुना के घाटों पर जल में डीप वाटर बैरिकेटिंग की गई, जल पुलिस के अलावा प्रशिक्षित गोताखोर को घाटों पर लगाया गया है, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी घाटों पर मुस्तैद रहेंगी. स्नान घाटों पर महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से महिला पुलिसकर्मियों की रहेगी तैनाती. मेला क्षेत्र में सिविल पुलिस के अलावा पीएसी, आरएएफ, सीपीआरएफ और पैरामिलेट्री के जवान रहेंगे तैनात.
कमांडो करेंगे निगरानी
एटीएस के कमांडो भी मेला क्षेत्र की निगरानी में रहेंगे तैनात. एलआईयू और आईबी की टीमें भी मेला क्षेत्र का भ्रमण करेंगी. सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से भी मेला क्षेत्र की निगरानी होगी. मेला प्रशासन ने बताया कि इस बार दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के मौन स्नान का अनुमान है. भीड़ के आकलन के आधार पर चुस्त तैयारियां की जा रही हैं. चार स्नान घाट बढ़ाए जा रहे हैं. इस बार नौ घाटों पर संतों-भक्तों की मौन डुबकी लगेगी.
समीक्षा बैठक की
गुरुवार देर शाम मेला प्रशासन ने मौनी अमावस्या स्नान पर्व की तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान कटान वाले घाटों पर डबल बैरिकेडिंग लगाने और स्नान घाटों को संतों-भक्तों, कल्पवासियों के लिए बेहतर बनाने के लिए कहा गया. मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर भीड़ के अनुमान को देखते हुए शहर के लोगों के लिए नया रास्ता और नया स्नान घाट देने की तैयारी है.