Fake CBI Officer: साले की समझदारी ने बचा ली बहन की जिंदगी, जानिए कैसे पकड़ा गया फर्जी CBI अफसर जीजा
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Fake CBI Officer: साले की समझदारी ने बचा ली बहन की जिंदगी, जानिए कैसे पकड़ा गया फर्जी CBI अफसर जीजा

UP Crime News: खुद को सीबीआई ऑफिसर बता कर मौज काट रहे युवक को बहादराबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है. आइए बताते हैं पूरा मामला...

Fake CBI Officer

हरिद्वार: उत्तराखंड (Uttrakhand) के हरिद्वार में सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां हरिद्वार के थाना बहादराबाद क्षेत्रान्तर्गत एक नटवरलाल अपनी कारगुजारियों के कारण पुलिस के हत्थे चढ़ गया. जानकारी के मुताबिक युवक खुद को सीबीआई ऑफिसर (Fake CBI Officer) बताकर मौज काट रहा था. आइए बताते हैं कैसे उसका भांडा फूटा. 

सीबीआई ऑफिसर बनकर मौज काट रहा था युवक
आपको बता दें कि खुद को सीबीआई ऑफिसर (CBI Officer) बताकर मौज काटने वाले युवक को बहादराबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradseh) के सहारनपुर जिले से गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक फर्जी सीबीआई ऑफिसर बनकर आरोपी ने बहादराबाद निवासी एक युवती से लगभग एक साल पहले सगाई भी की थी. जब शादी की बात आगे बढ़ी, तो घर वालों को शक हुआ. इसके बाद युवक पर लड़की के भाई का शक धीरे-धीरे गहराने लगा. 

फर्जी सीबीआई अफसर गिरफ्तार
दरअसल, जब साले का शक यकीन में बदला, तो उसने शादी के महज दो दिन पहले बहादराबाद थाना पुलिस को पूरा मामले की जानकारी दी. इतना ही नहीं सूचित करते हुए बाकायदा  एफआईआर भी दर्ज कराई दी. इसके बाद बहादराबाद थाना पुलिस ने फौरन पूरे मामले की जांच की. पुलिस की मानें, तो हरिद्वार पुलिस द्वारा सीबीआई के दिल्ली ब्रांच और देहरादून में दस्तावेजों को खंगाला गया. इसके बाद फर्जी सीबीआई अफसर को गिरफ्तार कर लिया गया. दरअसल, आरोपी खुद को डीसीपी सीबीआई बताता था. जानकारी के मुताबिक उसे बेहट सहारनपुर उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है. 

मामले में बहादराबाद थानाध्यक्ष ने दी जानकारी
इस मामले में बहादराबाद थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि फर्जी सीबीआई ऑफिसर का नाम वसीम आजम है. उसके पास से डीसीपी की फर्जी आईडी, फोटोग्राफ्स और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं. आरोपी ने पूछताछ के दौरान फर्जी आईडी कार्ड से ठगी करना भी कबूल किया है. पुलिस द्वारा आरोपी को न्यायलय में पेश किया गया. वहीं, पुलिस की जांच में पाया गया कि ये फर्जी दस्तावेज फोटोशॉप के जरिए तैयार किए गए थे.

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