सर्दी का मौसम जाते ही लखनऊ में इन दिनों वायरल फीवर का प्रकोप देखने को मिल रहा है. हालात ये हैं कि ओपीडी में पैर रखने को जगह नहीं है. बच्चे भी इनफ्लूएंजा वायरस की चपेट में आ रहे हैं.
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लखनऊ : प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में वायरल का कहर देखने को मिल रहा है. यहां के सरकारी और प्राइवेट दोनों ही अस्पतालों में अचानक मरीजों की भीड़ बढ़ गई है. ओपीडी में बुखार के मरीजों की संख्या में 30 फीसदी बढ़त हुई है. सरकारी अस्पतालों में सबसे अधिक मरीज बाल रोगी विभाग में आ रहे हैं. मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कभी ठंडी और कभी गर्मी के चलते बच्चे भी लगातार बीमार हो रहे हैं. इसे कॉमन इनफ्लूएंजा वायरस (Influenza) का असर करार दिया जा रहा है.
मौसम में बदलाव का असर?
वायरल के तेजी से फैलने की आशंका को देखते हुए मरीजों को आइसोलेशन में रखने की सलाह दी जा रही है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में बदलाव की वजह से भी वायरल का चपेट देखने को मिल रहा है. इनफ्लूएंजा को हम फ्लू के नाम से भी जानते हैं. इसकी शुरुआत खांसी जुकाम और सामान्य बुखार से होती है. यह श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है. फ्लू ए,बी,सी तीन तरह का होता है. इसमें ए और बी इनफ्लूएंजा का कारण बनता है. वहीं टाइप सी इसके लक्षणों को दर्शाता है.
वायरल फीवर के लक्षण (Symptom)
1.ठंड लगकर बुखार आना
2.सिर में दर्द
3.कंपकंपी
4.खासी-जुकाम
5.भूख न लगना
6.जोड़ों में तेज दर्द
7.शरीर में दानें निकलना
8.कई बार बच्चों के गले के भीतर छाले बन जाते हैं
तनाव लेने की जगह आराम करें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक बुखार की स्थिति में पूरी तरह आराम करें. किसी तरह का तनाव लेने के बजाय चार से पांच दिन कंप्लीट बेड रेस्ट की जरुरत होती है. मरीज जब तक ठीक न हो जाए गरम और तरल भोजन जैसे खिचड़ी और सूप का सेवन फायदेमंद रहेगा.
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यह सावधानियां बरतें
साबुन से हाथ समय-समय पर धुलें
भीड़ में मास्क पहनकर रखें
सर्दी जुकाम होने पर साफ रुमाल का इस्तेमाल करें
बिना डॉक्टरी परामर्श के दवाएं न लें.
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