देवभूमि में देहरादून से 100 किलोमीटर दूर स्थित चकराता इन दिनों पर्यटकों के लिए केंद्र बना हुआ है.
यहां पर गर्मियों के मौसम में सबसे ज्यादा लोग घूमने आते है. ये जगह पूरी तरह से प्रकति से घिरी हुई है.
यहां पर पहाड़ो की सुंदरता पर्यटको को सबसे ज्यादा आकर्षित करती है.
ब्रिटिश शासन के दौरान अंग्रेजों ने चकराता को हिल स्टेशन के रूप में विकसित किया गया था.
टाइगर फाल्स यहां का मुख्य आकर्षण है. इस झरने के देखने दूर-दूर से लोग आते है. टाइगर फाल्स चकराता से लगभग 15 किमी. की दूरी पर है.
चकराता से लगभग 25 किमी. की दूरी पर कनासर नाम की एक जगह है. कनासर में आप कैंपिंग और रिवर राफ़्टिंग का आनंद ले सकते हैं.
आप चकराता के देवबन में थर्ड वॉचिंग कर सकते हैं. देवदार के पेड़ों से घिरा ये जंगल कई पक्षियों का घर है.
लाखामंडल चकाराता क्षेत्र में स्थित एक मंदिर है. भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में क़रीब सवा लाख शिवलिंग है. इस मंदिर में एक शिवलिंग ऐसा भी है जो पानी डालने पर चमकता है.
कहा जाता है कि इन गुफाओं का निर्माण पांडवों द्वारा किया गया था. बुधेर टॉप इस जगह का सबसे ऊँचाई पर स्थित स्थान है.