Jyotish: कुंडली में शनि और चंद्रमा की इस स्थिति से व्यक्ति बनता है मेहनती, ऐसा हो जाता है स्वभाव
Advertisement
trendingNow12148212

Jyotish: कुंडली में शनि और चंद्रमा की इस स्थिति से व्यक्ति बनता है मेहनती, ऐसा हो जाता है स्वभाव

Astrology: शनि देव न्याय के देवता हैं और इसलिए न्याय प्रिय भी हैं. जबकि चंद्रमा मन पर आधिपत्य रखता है इसलिए मन का कारक होने के साथ ही चंचल स्वभाव का होता है. कुंडली में चंद्रमा बहुत अधिक महत्वपूर्ण होता है. चंद्रमा कर्क राशि का स्वामी भी होता है जो एक जलीय राशि है

Jyotish: कुंडली में शनि और चंद्रमा की इस स्थिति से व्यक्ति बनता है मेहनती, ऐसा हो जाता है स्वभाव

Kundli mai Shani aur Chandrama: शनि देव न्याय के देवता हैं और इसलिए न्याय प्रिय भी हैं. जबकि चंद्रमा मन पर आधिपत्य रखता है इसलिए मन का कारक होने के साथ ही चंचल स्वभाव का होता है. कुंडली में चंद्रमा बहुत अधिक महत्वपूर्ण होता है. चंद्रमा कर्क राशि का स्वामी भी होता है जो एक जलीय राशि है. जिस तरह जल स्वच्छ और शांत होता है उसी तरह इस राशि के लोग भी होते हैं. किंतु चंद्रमा दूसरे ग्रहों की संगत में आकर उनके जैसा ही आचरण करने लगता है जिस तरह जल किसी भी अन्य द्रव या रंग में मिल कर उसके जैसा ही हो जाता है. 

 

मेहनती हो जाता है व्यक्ति
कुंडली में चंद्रमा और शनि की संगत व्यक्ति को मेहनती बनाती है, क्योंकि शनिदेव स्वयं भी परिश्रम करते हैं और परिश्रमी को पसंद भी करते हैं. चंद्रमा के साथ शनि की युति वाले लोग अक्सर न्याय के क्षेत्र से जुड़ कर नौकरी करते हैं. यह लोग मेहनती तो होते ही हैं, किंतु कभी-कभी आवश्यकता से अधिक आलस्य भी कर जाते हैं. 

 

यह भी पढ़ें: Remedies for Happy Married Life: सुखी शादीशुदा जीवन के लिए आजमाएं ये 6 उपाय, खत्म होंगे क्लेश, बढ़ जाएंगी नजदीकियां

साफ-सफाई होता है पसंद
शनि और चंद्रमा की संगत वाले लोग दूसरों को न्याय का पाठ जरुर सिखाते हैं और बात-बात पर नियमों की बात करते हुए नियम तोड़ने वाले के साथ टोका टोकी करने से भी नहीं चूकते हैं. इन लोगों को सफाई काफी पसंद होती है और यदि घर के फर्श में या ऑफिस में किसी स्थान पर गंदगी दिखी तो यह नाराजगी जताने के साथ ही यदि किसी ने नहीं सुना तो खुद ही साफ करने लग जाते हैं. 

 

मेहनत के बाद ही मिलती है सफलता
इन लोगों को बहुत अधिक परिश्रम करने के बाद ही अच्छे परिणाम मिल पाते हैं. परिणाम मिलने में देरी के कारण इनमें कई बार निराशा का भाव भी आ जाता है. यह लोग दूसरों के धर्म को मानने वाले अनुयायी होते हैं. ऐसे व्यक्तियों के हाथ में यदि न्याय की जिम्मेदारी आ जाए तो यह सबके खिलाफ भी खड़े हो जाते हैं फिर चाहे कोई अपना ही क्यों न हो.  

 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Trending news