रामायण हो या महाभारत दोनों ही महाकाव्य में भगवान परशुराम से जुड़ी कहानी देखने को मिलती है.
कहा जाता है कि परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं. उनका उद्देश्य विनाशकारी और अधर्मी राजाओं का विनाश करना था.
भगवान परशुराम का जन्म अक्षय तृतीया के दिन हुआ था. चलिए जानते हैं भगवान परशुराम से जुड़ी ये दिलचस्प बातें.
माना जाता है कि भगवान परशुराम बहुत बड़े शिव भक्त थे. कहा जाता है कि महादेव ने ही उन्हें युद्ध कला सिखाई थी.
किंवदंतियों के मुताबिक भगवान शिव की अथक भक्ति के बाद भगवान शिव ने ही उन्हें परशु यानी कुल्हाड़ी दी थी.
हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक परशुराम ने महाभारत के प्रसिद्ध पात्रों द्रोणाचार्य, भीष्म और कर्ण को हथियार चलाने का कौशल सिखाया था.
माना जाता है कि परशुराम का जन्म इंदौर की जानापाव पहाड़ियों पर हुआ था. पहाड़ी की चोटी पर एक शिव मंदिर स्थित है. यहीं पर ही परशुराम ने भगवान शिव का ध्यान किया था.
भगवान शिव, कृष्ण और प्रभु राम जैसे भगवान परशुराम की पूजा नहीं की जाती है. क्योंकि माना जाता है कि परशुराम अभी भी जीवित हैं और महेंद्रगिरि पर्वत पर निवास करते हैं.
पौराणिक कथाओं के अनुसार परशुराम ने अपने फरसे से गणेश जी का एक दांत तोड़ दिया था. तभी से गणेश जी को एकदंत भी कहा जाता है.
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.