PCOS के दौरान जिसमें अनियमित मासिक धर्म, अधिक वजन, हाइपरआंड्रोजनिज्म (अत्यधिक एंड्रोजन हार्मोन) और अंडाशय में छोटे छोटे गर्भाशय के दाने होते हैं.
शारदा अस्पताल के सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट और कंसल्टेंट डॉ. रुचि श्रीवास्तव ने बताया है कि PCOS से पीड़ित महिलाएं प्रेग्नेंसी कंसीव कर सकती हैं.
PCOS से पीड़ित महिलाओं की मां बनने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है, लेकिन सही उपचार के साथ, जैसे कि दवाओं का सेवन, व्यायाम, और स्वस्थ आहार, महिलाएं गर्भाधान कर सकती हैं.
पीसीओएस की वजह से महिलाओं में एग्स के उत्पादन और रिलीज होने की प्रक्रिया में दिक्कते आती है. जिस वजह से कंसीव करने में परेशानी होती है.
पीसीओएस के दौरान कंसीव के होने के बाद मिसकैरीज का खतरा अधिक होता है. लेकिन मेडिकल सपोर्ट से प्रेग्नेंसी आसान हो सकती है.
गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. रुचि श्रीवास्तव के अनुसार PCOS से बचाव के लिए हेल्दी और एक्टिव लाइफस्टाइल रखें.
PCOS से बचने के लिए हेल्दी डाइट लें, चीनी, मीठा और ऑयली फूड्स का सेवन बंद कर दें.
PCOS से बचने के लिए तनाव न लें, साथ ही वजन का ध्यान रखें. बढ़ता वजन PCOS का संकेत हो सकता है.
यहां दी गई जानकारी एक्सपर्ट की सलाह पर आधारित है, Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.