द्रौपदी में थे ये 3 अवगुण, खुद युद्धिष्ठिर ने पांडवों को बताए थे

अहम किरदार

महाभारत में द्रौपदी का किरदार काफी अहम है, माना जाता है कि द्रौपदी ही महाभारत के युद्ध का कारण थीं.

वाक्चातुर्य

कई बार द्रौपदी के वाक्चातुर्य और उनके सुंदर रूप का बखान होता है.

साहसी और स्वाभिमानी

माना जाता है कि द्रौपदी काफी साहसी और स्वाभिमानी थीं. वे अपने हक के लिए लड़ना जानती थीं.

3 बड़े अवगुण

लेकिन द्रौपदी में गुण होने के साथ-साथ कुछ अवगुण भी थे. आइए, जानते हैं द्रौपदी में कौनसे 3 बड़े अवगुण थे?

युद्धिष्ठिर ने बताए

धर्मराज युद्धिष्ठिर ने स्वर्ग गमन के रास्ते में पांडवों को द्रौपदी एक अवगुण गिनाए थे.

अत्यधिक प्रेम

द्रौपदी अर्जुन से सबसे अधिक प्रेम करती थीं. किसी से अत्यधिक प्रेम करना हमें कमजोर बना देता है.

अभिमान

युद्धिष्ठिर ने बताया कि द्रौपदी में अपनी सौंदर्य और बुद्धिमता का अभिमान था.

हठी स्वभाव

युद्धिष्ठिर ने बताया कि द्रौपदी स्वभाव से हठी थीं. द्रौपदी ने अपने अपमान का बदला लेने की हठ कर ली थी.

Disclaimer

यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.