महाभारत में द्रौपदी का किरदार काफी अहम है, माना जाता है कि द्रौपदी ही महाभारत के युद्ध का कारण थीं.
कई बार द्रौपदी के वाक्चातुर्य और उनके सुंदर रूप का बखान होता है.
माना जाता है कि द्रौपदी काफी साहसी और स्वाभिमानी थीं. वे अपने हक के लिए लड़ना जानती थीं.
लेकिन द्रौपदी में गुण होने के साथ-साथ कुछ अवगुण भी थे. आइए, जानते हैं द्रौपदी में कौनसे 3 बड़े अवगुण थे?
धर्मराज युद्धिष्ठिर ने स्वर्ग गमन के रास्ते में पांडवों को द्रौपदी एक अवगुण गिनाए थे.
द्रौपदी अर्जुन से सबसे अधिक प्रेम करती थीं. किसी से अत्यधिक प्रेम करना हमें कमजोर बना देता है.
युद्धिष्ठिर ने बताया कि द्रौपदी में अपनी सौंदर्य और बुद्धिमता का अभिमान था.
युद्धिष्ठिर ने बताया कि द्रौपदी स्वभाव से हठी थीं. द्रौपदी ने अपने अपमान का बदला लेने की हठ कर ली थी.
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