तवायफ बनने के लिए ये रस्म जरूरी, इसे निभाने के लिए बुलाए जाते थे नामी कद्रदान

हीरामंडी

संजय लीला भंसाली की हाल ही में एक सीरीज आई, जो खूब चर्चा में है. सीरिज का नाम 'हीरामंडी' है.

नथ उतराई

इस सीरिज में तवायफ बनने के लिए नथ उतराई की रस्म को जरूरी बताया है.

क्या है ये रस्म

आइए, जानते हैं कि नथ उतराई की रस्म क्या है और ये क्यों जरूरी है?

ट्रेनिंग

किसी भी लड़की तवायफ बनने की ट्रेनिंग दी जाती है. इसमें उसे गाना, नृत्य, संगीत और नजाकत सिखाई जाती है.

नामी लोग आते हैं

जब लड़की इन सभी चीजों को सीख लेती है तो शहर के नामी लोगों को बुलाया जाता है.

साहब

फिर सभी कद्रदान तवायफ की बोली लगाते थे. जिसकी बोली सबसे अधिक होती वह उस तवायफ का 'साहब' बन जाता.

तवायफ

फिर यही 'साहब' तवायफ की नथ उतारते थे. तब एक लड़की पूरी तवायफ बनती थी.

रस्म का मतलब

नथ उतराई की रस्म का मतलब है कि वह अब पूरी तरह तवायफ बन चुकी है.

Disclaimer

यहां दी गई जानकारी इंटरनेट से ली गई है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता.