डॉक्टरों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि महिलाओं में धूम्रपान की बढ़ती दर कम उम्र में ही मेनोपॉज की स्थिति पैदा कर सकती है, जिससे कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम पैदा हो सकते हैं.
एमजीएम हेल्थकेयर में वरिष्ठ सलाहकार, प्रसूति एवं स्त्री रोग, जयश्री गजराज ने बताया, ''धूम्रपान से मेनोपॉज समय से पहले आ जाता है, जिससे महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस, हृदय रोग, कैंसर, अवसाद और चिंता जैसे मनोवैज्ञानिक विकार का खतरा बढ़ जाता है.''
तम्बाकू में पाए जाने वाला निकोटीन अंडों की संख्या को कम कर देता है और ओवेरियन रिजर्व में गिरावट को तेज कर ओवेरियन फंक्शन पर हानिकारक प्रभाव डालता है.
मेनोपॉज समय से पहले शुरू हो जाता है. यह न केवल प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है बल्कि ओवेरियन फंक्शन में भी गिरावट लाता है.
डॉ. जयश्री ने कहा, "एस्ट्रोजन में कार्डियो-सुरक्षात्मक प्रभाव होते हैं, और इसकी अचानक कमी से कोलेस्ट्रॉल के स्तर, रक्तचाप और वैस्कुलर फंक्शन में प्रतिकूल परिवर्तन हो सकते हैं."
शोध से पता चलता है कि धूम्रपान करने वाली महिलाएं धूम्रपान न करने वालों की तुलना में लगभग एक साल पहले मेनोपॉज में आ जाती हैं.
एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि जो महिलाएं 40 साल की उम्र से पहले मेनोपॉज में प्रवेश करती हैं, उनके कम उम्र में ही मरने की संभावना अधिक होती है.
विशेषज्ञों ने कहा कि समय से पहले मेनोपॉज एक गंभीर मुद्दा है और इसके लिए व्यापक शिक्षा और जागरूकता की आवश्यकता है.
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