Hardeep Singh Nijjar Death Case: विदेश मंत्रालय ने रिपोर्ट को लेकर कहा कि जो आउटलेट इसे लेकर आया है वह पाकिस्तानी खुफिया विभाग द्वारा फैलाए गए 'फर्जी आख्यानों' का प्रचार करने के लिए जाना जाता है.
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Foreign Ministry Reaction: भारत ने रविवार रात उस मीडिया रिपोर्ट को 'फर्जी' और 'पूरी तरह से मनगढ़ंत' बताया, जिसमें दावा किया गया था कि हरदीप सिंह निज्जर सहित कुछ सिख आतंकवादियों के खिलाफ 'ठोस' कदम उठाने के लिए अप्रैल में नई दिल्ली द्वारा एक 'सीक्रेट मीमो' जारी किया गया था.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह रिपोर्ट भारत के खिलाफ 'लगातार जारी दुष्प्रचार अभियान' का हिस्सा है और जो आउटलेट इसे लेकर आया है वह पाकिस्तानी खुफिया विभाग द्वारा फैलाए गए 'फर्जी आख्यानों' का प्रचार करने के लिए जाना जाता है. बता दें ऑनलाइन अमेरिकी मीडिया आउटलेट द इंटरसेप्ट ने रिपोर्ट जारी की थी.
‘रिपोर्ट फर्जी और पूरी तरह से मनगढ़ंत’
बागची ने कहा, 'हम दृढ़ता से कहते हैं कि ऐसी रिपोर्ट फर्जी और पूरी तरह से मनगढ़ंत हैं. ऐसा कोई ज्ञापन नहीं है.' उन्होंने कहा, 'यह भारत के खिलाफ निरंतर दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा है. विचाराधीन आउटलेट पाकिस्तानी खुफिया विभाग द्वारा फैलाई गई फर्जी कहानियों को प्रचारित करने के लिए जाना जाता है. लेखकों की पोस्ट इस संबंध की पुष्टि करती हैं.' उन्होंने रिपोर्ट पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, 'जो लोग ऐसी फर्जी खबरों को प्रचारित करते हैं वे केवल अपनी विश्वसनीयता की कीमत पर ऐसा करते हैं.'
सितंबर में कनाडा ने लगाए थे आरोप
सितंबर में, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 18 जून को कनाडाई धरती पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की 'संभावित' भागीदारी का आरोप लगाया था. भारत ने आरोपों को 'बेतुका' बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया था.
अपनी रिपोर्ट में, द इंटरसेप्ट ने दावा किया कि भारत सरकार ने पश्चिमी देशों में कुछ सिख संस्थाओं के खिलाफ 'क्रैकडाउन स्कीम' पर निर्देश जारी किए.
इसमें आगे दावा किया गया कि विदेश मंत्रालय द्वारा अप्रैल में जारी सीक्रेट मीमो में 'कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर सहित भारत की खुफिया एजेंसियों द्वारा जांच के तहत कई सिख असंतुष्टों' को सूचीबद्ध किया गया.
(इनपुट - एजेंसी)