US Strike on Houthis: अमेरिका ने फिर किया हूती विद्रोहियों पर हमला, एंटी शिप मिसाइलों को बनाया निशाना
Advertisement
trendingNow12063564

US Strike on Houthis: अमेरिका ने फिर किया हूती विद्रोहियों पर हमला, एंटी शिप मिसाइलों को बनाया निशाना

Houthi Rebels:  ईरान समर्थित हूतियों द्वारा लाल सागर में जहाज  ‘ज़ोग्राफिया’  पर मिसाइल हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद यूएस ने यह अटैक किया है. 

US Strike on Houthis: अमेरिका ने फिर किया हूती विद्रोहियों पर हमला, एंटी शिप मिसाइलों को बनाया निशाना

US Strike on Houthis: अमेरिका ने मंगलवार को यमन के हूती विद्रोहियों पर एक बार फिर हमला किया.  यह हाल के दिनों में हूतियों पर तीसरा हमला था. हमले में हूती की एंटी शिप मिसाइलों को निशाना बनाया गया.

एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि हूती मिसाइलों के खिलाफ अमेरिकी हमले की अधिक जानकारी विवरण अभी तक उपलब्ध नहीं है. यहां तक हमलों किस जगह पर किए गए इस बारे में भी जानकारी नहीं है.

हूतियों ने जहाज को बनाया निशाना
यह हमला तब हुआ जब ईरान समर्थित हूतियों ने लाल सागर में माल्टा के ध्वज लगे जहाज  ‘ज़ोग्राफिया’  पर हुए मिसाइल हमले की जिम्मेदारी ली. हमले में कोई घायल नहीं हुआ.

यूनान के शिपिंग और आइलैंड पॉलिसी मंत्रालय ने कहा कि ‘ज़ोग्राफिया’ उत्तर से स्वेज़ नहर की ओर जा रहा था तभी इस पर हमला किया गया. मंत्रालय ने कहा कि जहाज पर कोई सामान नहीं था और यह क्षतिग्रस्त हुआ है.

इसके क्रू में यूक्रेन के 20, फिलीपीन के तीन और जॉर्जिया का एक नागरिक शामिल है. ‘ज़ोग्राफिया’ का मैनेजमेंट यूनान की एक कंपनी के पास है.

हूती विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता, ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने पहले से रिकॉर्ड किए गए एक बयान में कहा कि जहाज के क्रू द्वारा वार्निंग कॉल का जवाब देने से इनकार करने के बाद गोलीबारी की गई. उन्होंने कहा कि जहाज इजरायल की तरप जा रहा था.

इस पूरे घटनाक्रम से पता चलता है कि हूती ठिकानों पर अमेरिकी और ब्रिटेन के बड़ पैमाने पर किए गए हमलों के बावजूद,  हूतियों ने लाल सागर में जहाजों को निशाना बनाना जारी रखा है.

पिछले हफ्ते से हूतियों पर यूएस-यूके के हमले जारी
बता दें यूएस-यूके ने पिछले गुरुवार से यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला बोल दिया है.  हूती विद्रोही पिछले कई हफ्तों से लाल सागर में नागरिक जहाजों को निशाना बना रहे थे. इन हमलों के खिलाफ ही दोनों देशों ने यह कदम उठाया है.

हूती विद्रोदी यमन के अधिकांश हिस्से को नियंत्रित करते हैं. इनका कहना है कि लाल सागर में शिपिंग मार्गों पर उनके हमले गाजा को नियंत्रित करने वाले फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास के समर्थन में हैं.

बता दें 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमास के हमले के बाद इज़राइल ने एक सैन्य हमला किया है जिसमें गाजा में करीब 24000 फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं. इजरायल के हमास पर हमले में  जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे.

Trending news