नई दिल्ली: Vasundhara Raje Lucky Pen: राजस्थान विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है. चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल करना शुरू कर दिया है. है प्रोफाइल सीट टोंक से सचिन पायलट ने नामांकन भर दिया है. आगामी4 नवंबर को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी झालरापाटन विधानसभा सीट से पर्चा दाखिल करने जा रही हैं. इस मौके पर उन्होंने एक बड़ी रैली का भी आयोजन किया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होंगे. इसी बीच वसुंधरा के 'लकी पेन' की चर्चा होने लगी है, जिससे वे नॉमिनेशन फाइल करती हैं.
क्या है 'लकी पेन' का किस्सा
साल 2003 में जब वसुंधरा राजे ने झालरापाटन सीट से पहली बार विधायकी के चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने गईं, तब उनके पास भाजपा नेता शहनवाज हुसैन खड़े थे. वसुंधरा ने शहनवाज से पेन लेकर अपना नॉमिनेशन फाइल किया. फिर वे झालरापाटन से चुनाव जीत गईं और पहली बार राजस्थान की मुख्यमंत्री बनीं. तब से वसुंधरा राजे लगातार शहनवाज से पेन लेकर ही नॉमिनेशन फाइल करती हैं. 20 साल हो गए, लेकिन पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने इस परंपरा को जारी रखा है. संयोग कहें या चमत्कार, वसुंधरा बीते 4 चुनाव में से झालरापाटन से एक भी नहीं हारी हैं. देखना होगा कि इस बार भी वे ऐसा करती हैं या नहीं.
'यात्रा' की रिवायत
साल 2003 में वसुंधरा राजे के प्रचार की कमान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के दत्तक पुत्र और भाजपा नेता प्रमोद महाजन ने संभाली थी. वे वसुंधरा को लेकर राजस्थान की सभी 200 सीटों पर गए. यह यात्रा सफल रही और पहली बार भाजपा को 120 सीटें मिली. कांग्रेस महज 56 सीटों पर सिमट कर रह गई.
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