अमरावती. आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक लड़ाई तेज होती दिख रही है. राज्य में विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को आंध्र प्रदेश के लोगों को आश्वासन दिया कि वह अगले 100 दिन में उन्हें 'अत्याचारी' शासन से मुक्ति दिलाएंगे.चंद्रबाबू ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से यह जिम्मेदारी लेंगे कि दुनिया की कोई भी ताकत तेलुगु समुदाय की प्रगति और प्रतिष्ठा के लिए किसी भी तरह की बाधा पैदा नहीं कर सकती है.
इशारों में साधा सीएम जगन पर निशाना
नायडू ने कहा- लोगों ने 2023 में व्यक्तिगत रूप से नरक का अनुभव किया है. हम सभी ने अनुभव किया है कि जब एक अयोग्य व्यक्ति को सत्ता संभालने का अवसर दिया जाता है तो राज्य को किस तरह नुकसान होता है क्योंकि वह एक ही अवसर की तलाश में था. लोगों को हिंसा, भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से मुक्त राज्य बनाने की शपथ लेनी चाहिए.
टीडीपी के मिनी घोषणा पत्र का किया जिक्र
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा-आइए हम सब वोट के सबसे शक्तिशाली हथियार के साथ इस शिशुपाल को घर भेजने के लिए तैयार हो जाएं. लोग जानते हैं कि सुशासन के लिए एक कार्य योजना चल रही है जो कल्याण और विकास के दो पहियों पर चलेगी.इसके हिस्से के रूप में छह गारंटियों के साथ एक मिनी-घोषणापत्र पहले ही जारी किया जा चुका है, टीडीपी और जन सेना गठबंधन जल्द ही एक विस्तृत घोषणापत्र लेकर आएंगे.
हाल में हुई है पीके के साथ मुलाकात
बता दें कि हाल ही में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और चंद्रबाबू की मुलाकात ने राज्य की राजनीति में खलबली पैदा कर दी है. दरअसल साल 2019 में जब जगन मोहन रेड्डी चुनाव जीते थे तब उनके रणनीतिकार प्रशांत किशोर ही थे. हालांकि खुद प्रशांत किशोर ने चंद्रबाबू नायडु के साथ मुलाकात को राजनीति से इतर व्यक्तिगत मुलाकात बताया था.
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