एक समय था जब नेहरू कहते थे 'भारत बाद में! चीन पहले': एस जयशंकर

S Jaishankar targets Jawaharlal Nehru: पिछले कुछ दिनों में, भाजपा नेता कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका को सौंपने को लेकर नेहरू और इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकारों पर भी निशाना साध रहे हैं.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Apr 3, 2024, 10:33 AM IST
  • जयशंकर ने भारत से जुड़े अहम मुद्दों पर नेहरू की विदेश नीति पर निशाना साधा
  • कहा- नेहरू ने UNSC सीट के लिए भारत के मुकाबले चीन को प्राथमिकता दी
एक समय था जब नेहरू कहते थे 'भारत बाद में! चीन पहले': एस जयशंकर

S Jaishankar targets Jawaharlal Nehru: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू पर निशाना साधा और दावा किया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) और चीन द्वारा भारतीय क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर कब्जे जैसी समस्याओं के लिए पिछली गलतियां जिम्मेदार हैं. 

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट की पेशकश पर भारत के रुख का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि एक समय था जब देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू ने कहा था, 'भारत 2nd, चीन 1st'

गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में बोलते हुए, जयशंकर इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या भारत को POK और चीन द्वारा कब्जाए गए भारतीय क्षेत्रों की स्थिति के साथ सामंजस्य बिठाना चाहिए, या उन्हें वापस पाने के लिए काम करना चाहिए?

विशेष रूप से, पिछले कुछ दिनों में, भाजपा नेता कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका को सौंपने को लेकर नेहरू और इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकारों पर भी निशाना साध रहे हैं.

पटेल ने किया सतर्क!
विदेश मंत्री ने कहा, '1950 में (तत्कालीन गृह मंत्री) सरदार पटेल ने नेहरू को चीन के बारे में चेतावनी दी थी. पटेल ने नेहरू से कहा था कि आज हम पहली बार दो मोर्चों (पाकिस्तान और चीन) पर ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं जिसका सामना भारत ने पहले कभी नहीं किया था. पटेल ने नेहरू से यह भी कहा कि वे चीन की बातों पर विश्वास नहीं करते क्योंकि उनके इरादे कुछ और ही प्रतीत होते हैं और हमें सावधानी बरतनी चाहिए.'

जयशंकर ने कहा कि हर कोई जानता है कि इसके बाद क्या हुआ. उन्होंने कहा, 'नेहरू ने पटेल को जवाब दिया कि आप अनावश्यक रूप से चीनियों पर संदेह करते हैं. नेहरू ने यह भी कहा कि किसी के लिए भी हिमालय से हम पर हमला करना असंभव है. नेहरू (चीनी खतरे के बारे में) पूरी तरह से खारिज कर रहे थे.'

जयशंकर ने आगे कहा, पटेल कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में ले जाने के पक्ष में नहीं थे क्योंकि वह वहां के एक न्यायाधीश की 'मानसिकता' को जानते थे.  

उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में, केंद्र सरकार ने अतीत से विरासत में मिले कई मुद्दों से निपटने की कोशिश की है, उन्होंने कहा कि वह उनमें से कुछ का समाधान खोजने में सफल रही है जबकि कुछ मुद्दों में अभी और समय लगेगा. 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप

ट्रेंडिंग न्यूज़