उदयपुर हत्याकांडः रियाज की बाइक के '2611' रजिस्ट्रेशन नंबर ने सुरक्षा एजेंसियों की बढ़ाई टेंशन !
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उदयपुर हत्याकांडः रियाज की बाइक के '2611' रजिस्ट्रेशन नंबर ने सुरक्षा एजेंसियों की बढ़ाई टेंशन !

गौरतलब है कि मुंबई में 26 नवंबर 2008 में हुए आतंकी हमलों को सामान्य तौर पर 26/11 के तौर पर जाना जाता है. इस हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी. 

आरोपी और उसकी बाइक

उदयपुरः राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को टेलर मास्टर कन्हैयालाल की जघन्य हत्या के बाद मुल्जिमों ने भागने के लिए  जिस खास नंबर की मोटर साइकिल का इस्तेमाल किया, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर 2611 था. इस नंबर को साल 2008 के मुंबई के आतंकी हमले की तारीख से जोड़कर देखा जा रहा है. परिवहन विभाग के अफसरों ने तस्दीक की है कि मार्च 2013 में खरीदी गई मोटर साइकिल के लिए मुल्जिम रियाज अख्तरी ने अपनी पसंद का नंबर 2611 हासिल करने के लिए एक हजार रुपये का शुल्क दिया था. क्या यह महज एक इत्तिफाक हो सकता है या फिर रियाज एक आदतन अपराधी है, जिसने 2611 वाला नंबर अपनी बाइक के लिए लिया था. एजेंसी अब इस नजरिए से भी मामले की तफतीश करेगी. 

बाइक एसआईटी को सौंपी गई है
उदयपुर के धान मंडी थाना क्षेत्र में मंगलवार को टेलर मास्टर कन्हैयालाल की दुकान में हुई गला रेतकर हत्या के बाद दोनों आरोपी रियाज अख्तरी और मोहम्मद मोटरसाइकिल पर सवार होकर भाग रहे थे. दोनों को पुलिस ने हादसे के कुछ घंटों बाद राजसमंद जिले के भीम क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया था. भीम थाना के एसएचओ ने कहा कि जिस बाइक पर दोनों आरोपी भाग रहे थे उसका रजिस्ट्रेशन नंबर आरजे 27 एएस 2611 था. मोटर साइकिल आगे की कार्रवाई के लिए एसआईटी को सौंपी गई है. 

26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकियों ने किए थे हमले 
उदयपुर के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) प्रभु लाल बामनिया ने कहा कि मोटरसाइकिल रियाज अख्तरी के नाम से रजिस्टर्ड है और मार्च 2013 में इसका 2611 नंबर हासिल करने के लिए 1000 रुपये का अतिरिक्त शुल्क दिया गया था. गौरतलब है कि मुंबई में 26 नवंबर 2008 में हुए आतंकी हमलों को सामान्य तौर पर 26/11 के तौर पर जाना जाता है. 10 पाकिस्तानी आतंकवादी 26 नवंबर 2008 को समुद्र के रास्ते से मुंबई पहुंचे और अंधाधुंध गोलीबारी करके 18 सुरक्षाकर्मियों सहित 166 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. इस मामले में अजमल कसाब एकमात्र आतंकवादी था जिसे जिंदा पकड़ा गया था, जिसे चार साल बाद 21 नवंबर 2012 को फांसी की सजा दी गई थी.

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