जमीन खोदते-खोदते वैज्ञानिकों को मिली 4500 साल पुराना कब्र, जानें आस-पास किनकी है कब्रें?
Advertisement
trendingNow12252233

जमीन खोदते-खोदते वैज्ञानिकों को मिली 4500 साल पुराना कब्र, जानें आस-पास किनकी है कब्रें?

Trending News: दुनिया के प्राचीन इतिहास में कई रहस्य और छिपी हुई बातें हैं जिन्हें हम आज भी समझ नहीं पाए हैं. पुरातत्वविद अक्सर बहुत पुराने जमाने की चीजों और इमारतों को खोज निकालते हैं, जो आज भी इंसानों के लिए एक पहेली बनी हुई हैं.

 

जमीन खोदते-खोदते वैज्ञानिकों को मिली 4500 साल पुराना कब्र, जानें आस-पास किनकी है कब्रें?

Mysterious Pyramids: दुनिया के प्राचीन इतिहास में कई रहस्य और छिपी हुई बातें हैं जिन्हें हम आज भी समझ नहीं पाए हैं. पुरातत्वविद अक्सर बहुत पुराने जमाने की चीजों और इमारतों को खोज निकालते हैं, जो आज भी इंसानों के लिए एक पहेली बनी हुई हैं. हाल ही में मिस्र में भी ऐसी ही एक अज्ञात संरचना खोजी गई है. मिस्र के पुरातत्वविदों ने गीजा के पश्चिमी कब्रिस्तान के नीचे एक रहस्यमयी एल आकार की संरचना को खोज निकालने के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया है. इस कब्रिस्तान में राज परिवार के सदस्यों और ऊंचे पदों पर बैठे लोगों को दफनाया जाता था. यहां कई कब्रें हैं जिनके ऊपर जमीन से ऊपर आयताकार पत्थर या कच्ची ईंटों की बनी हुई संरचनाएं हैं जिन्हें मास्तबा कहा जाता है. रिसर्च टीम के प्रमुख मोटोयुकी सातो ने लाइव साइंस को बताया कि ये संरचनाएं प्राकृतिक रूप से नहीं बनी हैं.

यह भी पढ़ें: नशे-नशे में प्रेमी जोड़े ने खेला मौत का खेल, छोटी सी गलती से गंवानी पड़ गई जान

कब्रिस्तान में दिखी कई रहस्यमयी चीजें

मिस्र के पुरातत्वविदों ने गीजा के पश्चिमी कब्रिस्तान में एक रहस्यमयी संरचना खोजने के लिए जमीन के नीचे झांकने वाली विशेष तकनीकों का इस्तेमाल किया है. इस कब्रिस्तान में जमीन से ऊपर तो कोई इमारतें नहीं मिलीं, पर जमीन के नीचे कुछ छिपा हुआ था ये जानने के लिए वैज्ञानिकों ने दो खास तरीके अपनाए. पहला तरीका था 'विद्युत प्रतिरोधक टोमोग्राफी' (ईआरटी). इसमें जमीन के अंदर करंट बिजली दौड़ाई जाती है, और फिर मापा जाता है कि जमीन के नीचे दबी हुई चीजों से बिजली कितनी आसानी से गुजर पाती है. दूसरा तरीका था 'भू-भेदी रडार' (जीपीआर). इसमें जमीन के अंदर रेडियो तरंगें भेजी जाती हैं, और वापस आने वाले संकेतों के आधार पर जमीन के नीचे की संरचना का पता लगाया जाता है.

 

 

यह भी पढ़ें: उड़ने से पहले ही फ्लाइट से गिर गया शख्स, दिल दहला देने वाला Video आया सामने

हो सकती है 4500 साल पहले बनी हुई कब्र

इन तकनीकों की मदद से वैज्ञानिकों ने ज़मीन के अंदर करीब 6.5 फुट नीचे एक अजीब चीज का पता लगाया. ये चीज एल के आकार की लगती है, और इसकी लंबाई कम से कम 33 फुट है. इस खोज के बारे में 5 मई को 'आर्कियोलॉजिकल प्रॉस्पेक्शन' नाम की पत्रिका में एक रिपोर्ट छापी गई थी. जांच से पता चला कि ये 4500 साल पहले बनी हुई कोई कब्र हो सकती है. नील नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित ये जगह काफी समय से सुरक्षित रखी गई है. ये गुप्त संरचना जिस जगह मिली है, वो गीजा के पिरामिड बनाने वालों का कब्रिस्तान है. इस कब्रिस्तान में पिरामिड बनाने वाले राजा खुफू, उनके परिवार और अफसरों की कब्रें भी हैं.

Trending news