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Hisar News: हरियाणा में एक बार फिर सफाई कर्मचारी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है. नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने हिसार में इसका ऐलान कर दिया हैं. शास्त्री ने कहा कि दलित उत्थान और अंत्योदय का नारा देने वाली भाजपा सरकार सफाई कर्मचारियों का शोषण करने में जुटी हैं. शहरी निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता के आवास पर 18 और 19 नवंबर को दो दिवसीय राज्य स्तरीय धरना एवं धिक्कार प्रदर्शन की तैयारीयां हो गई हैं. अब आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा.
इस दैारान शास्त्री के अलावा वरिष्ठ उपप्रधान रमेश तुषामड, अग्निशमन विभाग के राज्य प्रधान राजेंद्र सिन्द, संघ के राज्य उपप्रधान राजेश बागड़ी, संघ के केंद्रीय कमेटी के नेता बिसन सिंह और जयप्रकाश संघ के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक कुमार बोहत व जिला प्रधान सुनील लाडवा भी उपस्थित रहे. शास्त्री ने कहा कि 1 नवंबर को मुख्यमंत्री ने शहरी व ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के वेतन में एक-एक हजार रुपये बढ़ोतरी करने, ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को सफाई औजार भत्ता के लिए दो हजार रुपये प्रतिवर्ष देने समेत अन्य कुछ घोषणा की हैं. जबकि ग्रामीण सफाई कर्मचारी पिछले काफी दिनों से और गुरुग्राम के छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापिस लेने की मांग को लेकर 30 दिनों से हड़ताल पर हैं, लेकिन सरकार इन गरीब कर्मचारियों की सुध नहीं ले रही है.
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इससे पूर्व नगर पालिका, नगर निगम, नगर परिषद और फायर के हजारों तृतीय और चतुर्थ श्रेणी सफाई कर्मचारी और सीवर मैनो ने रोहतक में 15 अक्टूबर को आक्रोश रैली करने और सरकार के सामने अपना गुस्सा प्रकट करते हुए प्रदेश में सफाई व सीवर के कार्य से ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करने, हकरन को समाप्त करने, भत्तों समेत समान काम-समान वेतन देने. साथ ही ग्रामीण सफाई कर्मचारी व शहरी सफाई कर्मचारी सहित अन्य तृतीय व चतुर्थ श्रेणी व फायर के कर्मचारियों को एक कलम से पक्का करने, क्षेत्रफल आबादी के अनुपात में नए पद सृजित करने एवं नए पदों तथा रिक्त पदों पर नियमित भर्ती करने फायर विभाग को शहरी स्थानिय निकाय विभाग में शामिल करने समेत अन्य न्यायोचित मांगों का समाधान करने को लेकर सरकार के सफाई कर्मचारियों के प्रति घोर उपेक्षाकृत रवैया एवं समझौतों में मानी गई मांगों को लागू न करने को लेकर रैली के मंच से सरकार के प्रति सफाई कर्मचारियों में नाराजगी साफ दिखाई दी. लेकिन सरकार है कि आंदोलनरत कर्मचारियों से बात न करके आंशिक रूप से कुछ लाभ देकर सफाई कर्मचारियों को नजर अंदाज करने का काम कर रही है.
INPUT: ROHIT KUMAR