क्या 2023 में बढ़ेगी कोरोना महामारी या बन जाएगी इंडेमिक डिजीज? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

कई देशों में एक बार फिर से कोविड संक्रमण बढ़ रहा है, विशेष रूप से चीन में, जहां दिसंबर में केवल 20 दिनों में 250 मिलियन से अधिक कोविड मामले देखे गए. भारत सहित दुनिया भर में ताजा कोविड लहर का डर बना हुआ है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 25, 2022, 02:56 PM IST
  • 70 प्रतिशत नए मामलों के लिए जिम्मेदार ओमिक्रॉन सबवैरिएंट्स
  • फ्लू के मौसम के दौरान कोरोना में आते हैं नए बदलाव
क्या 2023 में बढ़ेगी कोरोना महामारी या बन जाएगी इंडेमिक डिजीज? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

नई दिल्ली: कई देशों में एक बार फिर से कोविड संक्रमण बढ़ रहा है, विशेष रूप से चीन में, जहां दिसंबर में केवल 20 दिनों में 250 मिलियन से अधिक कोविड मामले देखे गए. भारत सहित दुनिया भर में ताजा कोविड लहर का डर बना हुआ है. 

 70 प्रतिशत नए मामलों के लिए जिम्मेदार ओमिक्रॉन सबवैरिएंट्स

यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, जहां ओमिक्रॉन वायरस का बीएफ. 7 वेरिएंट चीन और भारत में चिंता का कारण है, वहीं ओमिक्रोन सबवेरिएंट एक्सबीबी अमेरिका में कोविड-19 के 18.3 प्रतिशत मामलों के लिए जिम्मेदार है. सिंगापुर में एक्सबीबी वेरिएंट के मामलों में वृद्धि जारी है.

ओमिक्रॉन सबवैरिएंट्स बीक्यू.1 और बीक्यू.1.1 अमेरिका में लगभग 70 प्रतिशत नए मामलों के लिए जिम्मेदार हैं. जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में पुष्टि किए गए कोविड मामलों की कुल संख्या 100 मिलियन से अधिक हो गई है. बता दें, लगभग तीन साल पहले महामारी फैली थी, जिसमें कुल 1 मिलियन से अधिक मौतें हुई थीं. जापान महामारी की आठवीं लहर का सामना कर रहा है और देश में 206,943 नए मामले दर्ज किए गए हैं.

दक्षिण कोरिया में तीन महीने के उच्च स्तर पर पहुंचे मामले

दक्षिण कोरिया में शनिवार को लगातार दूसरे दिन कोविड-19 के नए मामले 70,000 से नीचे रहे, जबकि नए कोरोनो वायरस से संबंधित मौतें तीन महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गईं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अगले साल कोविड-19 वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं रहेगा.

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि डब्ल्यूएचओ कोविड-19 इमरजेंसी कमेटी अगले महीने कोविड-19 आपातकाल की समाप्ति की घोषणा के मानदंडों पर चर्चा करेगी. उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि अगले साल हम यह कहने में सक्षम होंगे कि कोविड-19 अब वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं है. उन्होंने कहा, हालांकि, सार्स-सीओवी 2 वायरस, जो कोविड-19 महामारी के लिए जिम्मेदार है, दूर नहीं होगा.

कब एक महामारी हो जाती है इंडेमिक?

मुंबई के कल्याण में फोर्टिस अस्पताल में संक्रामक रोग विशेषज्ञ कीर्ति सबनीस ने मीडिया को बताया कि जब कोई महामारी स्थानीय हो जाती है, तो इसका मतलब है कि बीमारी एक विशेष समुदाय या विश्व स्तर पर मौजूद है और आबादी के बीच प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त इम्यूनिटी की जरुरत है.

उन्होंने कहा, संक्रमित मरीज समुदाय के कमजोर इम्यूनिटी वाले सदस्यों को प्रभावित कर सकता है. इसका मतलब यह भी है कि यह पूरी तरह से समाप्त नहीं होगा. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि यह अनुमान लगाना कठिन है कि क्या कोविड-19 2023 में स्थानीय हो जाएगा क्योंकि यह एक श्वसन वायरस है, जो अन्य इन्फ्लुएंजा वायरस के समान बदलता है.

सबनीस ने कहा, यदि कई म्यूटेशन वायरस की प्रोटीन संरचना या कोशिकाओं से जुड़ने की क्षमता को बदलते हैं, तो यह नए तनावों को जन्म दे सकता है. हालांकि, यदि वायरस की प्रतिरक्षा की वर्तमान सुरक्षा गंभीर बीमारी को रोकने या संचरण को कम करने के लिए पर्याप्त है, तो निश्चित रूप से कोविड स्थानीय यानि इंडेमिक बन सकता है. यह अनिश्चित है कि कब कोविड-19 स्थानीय हो जाएगा, लेकिन यह संभावना नहीं है कि हम इसे पूरी तरह से समाप्त कर पाएंगे.

फ्लू के मौसम के दौरान कोरोना में आते हैं नए बदलाव

विशेषज्ञों ने कहा कि कोरोना का प्रकोप खासकर फ्लू के मौसम के दौरान या यदि नए बदलाव सामने आते हैं, तब इसके बढ़ते मामलों को देख सकते है, जैसा कि वर्तमान में चीन में हो रहा है.

सबनीस ने कहा, भारत में वायरस का ट्रांसमिशन और पिछले वैक्सीनेशन और कॉम्यूनिटी ट्रांसमिशन के माध्यम से प्राप्त प्रतिरक्षा का स्तर भी इसके स्थानीय बनने की क्षमता को प्रभावित करेगा. हालांकि, वायरस के अगले 2-3 महीने में स्थानीय होने संभावना नहीं लगती है.

(इनपुट- आईएएनएस)

यह भी पढ़िए: 'अपराधी के साथ शालीन भी था चार्ल्स शोभराज', वकील-जेलर-डॉक्टर क्यों कर रहे बिकनी किलर की तारीफ

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़