Bihar Flood: ये नदियां हर साल बनती है बिहार में तबाही का कारण!

Kajol Gupta
Jul 10, 2024

प्राकृतिक आपदाएं

मानसून का मौसम आने के साथ ही ये अपने साथ कई प्राकृतिक आपदाएं भी लेकर आता है.

कई नदियां उफान पर

थोड़ी सी बारिश होने से बिहार में कई नदियां उफान पर आ जाती है और लोगों के सिर पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगता है.

लोग हो जाते परेशान

बिहार का ज्यादातर क्षेत्र हर साल नेपाल से आने वाली नदियों की बाढ़ से तबाह हो जाता है. जिसके वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

28 जिले बाढ़ के खतरे वाले

इस बाढ़ के वजह से हजारों लोग बेघर हो जाते है और अपनों को खोने की त्रासदी झेलते हैं. बिहार के 38 जिलों में से 28 बाढ़ के खतरे वाले माने जाते हैं.

कोसी नदी

कोसी नदी को बिहार का शोक भी कहा जाता है. हर साल कोसी से लगने वाले कई जिलों में भीषण बाढ़ आती है और सब कुछ तबाह हो जाता है.

गंडक नदी

गंडक नदी नेपाल से निकलकर बिहार में आती है. इस नदी के उफान पर आने से बिहार के 6 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो जाते है.

घाघरा नदी

घाघरा नदी हिमालय से निकलती है और फिर नेपाल से बहते हुए बिहार में बहती है. इसे सरयू नदी के नाम से भी जाना जाता है. इसके उफान पर आने से बिहार के लोगों की परेशानी बढ़ जाती है.

बागमती नदी

यह नदी नेपाल से बहते हुए सीतामढ़ी जिले में आती है. इसके उफान पर आने से सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और मधुबनी के जिलों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

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