द बिहारी ब्रदर्स

शंकरशन ठाकुर ने अपनी इस किताब में लालू यादव और नीतीश कुमार की दोस्ती को बयां किया है. इन दो दिग्गजों के जीवन में भारत के सबसे बड़े और सबसे चुनौतीपूर्ण राज्यों में से एक की दिलचस्प कहानी भी छिपी है.

K Raj Mishra
Aug 04, 2023

द बैटल फॉर बिहार

पत्रकार अरुण सिन्हा की किताब में जेडीयू और बीजेपी के गठबंधन की कहानी है. लालू यादव को सत्ता से बाहर करने के लिए कैसे दोनों साथ आए और फिर 2013 में नीतीश ने अचानक से एनडीए से नाता तोड़ लिया. गठबंधन बदलने से क्या परिवर्तन हुआ, ये बताया गया है.

रूल्ड ऑर मिसरूल्ड

पत्रकार संतोष सिंह की किताब 'रूल्ड ऑर मिसरूल्ड' आजादी के बाद बिहार की राजनीति के बहुआयामी सफर की कहानी कहती है. बिहार के सियासी घटनाक्रमों और उनके अंतर्विरोधों का सिलसिलेवार और तफसीली बयान इस किताब में है.

मुस्लिम पॉलिटिक्स इन बिहार: चेंजिंग कॉन्टोर्स ऑफ बिहार

मोहम्मद सज्जाद ने अपनी किताब में बिहार के मुस्लिम वोटरों की स्थिति को बयां किया है. इस किताब में औपनिवेशिक काल से लेकर अब तक बिहार में मुख्तलिफ मुस्लिम समुदायों की राजनीतिक सहभागिता का वर्णन किया गया है.

सिंगल मैन: द लाइफ एंड टाइम ऑफ नीतीश कुमार ऑफ बिहार

शंकरशन ठाकुर की यह किताब नीतीश कुमार पर आधारित है. इस किताब में नीतीश कुमार के उतार-चढ़ाव और उनके जटिल राजनीतिक व्यक्तित्व को दर्शाया गया है.

नीतीश कुमार एंड द राइज ऑफ बिहार

अरुण सिन्हा की किताब भी नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन को बयान करती है. अरुण सिन्हा ने बिहार के जटिल समाजी-सियासी ताने-बाने में नीतीश कुमार के उभार की पढ़ने लायक व्याख्या की है.

डेमोक्रेसी अगेंस्ट डेवलपमेंट

लेखक जेफ्री वित्सो ने अपनी किताब में बिहार के जातीय समीकरण को अच्छे से बयान किया है. जातिगत राजनीतिक उभार और विकास के बीच के अंतर्संबंधों को समझने के लिए ये किताब बेहतरीन है.

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