Coaching-Tuition Difference: आप भी कोचिंग और ट्यूशन को समझते हैं एक तो कंफ्यूजन को कर लें दूर

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Nov 28, 2024

कोचिंग और ट्यूशन

बहुत से लोगों को लगता हैं कि कोचिंग और ट्यूशन एक ही होता है. दोनों में छात्रों को शिक्षक द्वारा बढ़ाया जाता है.

अंतर

अगर आप भी कोचिंग और ट्यूशन को एक समझते हैं, तो आपकी सोच गलत हैं. चलिए आज हम आपको कोचिंग और ट्यूशन के बीच के अंतर के बारे में बताते हैं.

महारत हासिल करना

ट्यूशन में किसी खास विषय में महारत हासिल करने पर बच्चों पर ध्यान दिया जाता है, उन्हें उसके लिए तैयार किया जाता है.

लक्ष्य

कोचिंग में छात्रों को उनके लक्ष्य तक पहुंचने के लिए तैयार किया जाता है, उन्हें उनके लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद किया जाता है.

ट्यूटर

ट्यूशन आम तौर पर छात्रों को उनके घर पर ही ट्यूटर द्वारा दिया जाता है. जबकि, कोचिंग क्लासेस छात्रों को किसी गैर-आवासीय परिसर में दिया जाता है.

छात्रों के समूह

ट्यूशन एक समय में किसी एक छात्र या फिर छात्रों के एक छोटे समूह को दिया जाता है. जबकि, कोचिंग एक साथ कई छात्रों के समूह को दिया जाता है.

स्कूल के पाठ्यक्रम

ट्यूशन में छात्र को उनके स्कूल के पाठ्यक्रम के मुताबिक पढ़ाया जाता है. जबकि, कोचिंग में छात्र को उनके लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मार्गदर्शन दिया जाता है, सही तरीके से लक्ष्य निर्धारित करने में मदद किया जाता है.

लक्ष्य की प्राप्ति

ट्यूशन में छात्र को स्कूल में पढ़ने के लिए तैयार किया जाता है. जबकि, कोचिंग में छात्रों को संगठित और प्रेरित करके अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए तैयार रखा जाता है.

विकास

ट्यूशन में छात्रों को किसी खास कौशल को विकसित किया जाता है. वहीं, कोचिंग में छात्रों के कौशल विकास और व्यक्तिगत विकास पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है.

अहम भूमिका

कोचिंग और ट्यूशन दोनों ही छात्रों के शैक्षिक यात्रा को आकार देने में अहम भूमिका निभाते हैं.

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