देवशयनी एकादशी

आषाढ़ महीने आने वाली एकादशी को आषाढ़ी एकादशी या देवशयनी एकादशी कहते हैं.

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Jun 17, 2023

शयन काल

देवशयनी एकादशी को भगवान विष्णु का शयन काल माना जाता है.

क्षीरसाग

पुराणों के अनुसार इस दिन से भगवान विष्णु चार मास के लिए क्षीरसागर में शयन करने चले जाते हैं.

भगवान विष्णु

भगवान विष्णु का शयन प्रारंभ होने से पहले उनकी पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है.

शंकर जी

इस दौरान सृष्टि का संचालन भगवान विष्णु की जगह शंकर जी करते हैं.

चातुर्मास

देवशयनी एकादशी के दिन से ही चातुर्मास की शुरुआत भी हो जाती है, जो 4 महीनों के तक रहता है.

मांगलिक कार्य

चातुर्मास के दौरान शादी ब्याह जैसे कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं.

देवशयनी एकादशी का आरंभ

इस साल देवशयनी एकादशी का आरंभ 28 जून, बुधवार को रात 3.18 बजे होगा.

देवशयनी एकादशी का समापन

वहीं इसका समापन 29 जून, गुरुवार को रात 2.42 बजे होगा.

देवशयनी एकादशी का व्रत

ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, देवशयनी एकादशी का व्रत 29 जून को रखा जाएगा.

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