Sanatan Dharm Facts: सनातन परंपरा के 16 संस्कारों के बारे में पता है आपको, जानिए कौन-कौन से हैं संस्कार?
Gangesh Thakur
Sep 18, 2023
Sanatan Dharm Facts
सनातन धर्म में संस्कार के बारे में तो आप जानते ही होंगे, संस्कार का यहां सीधा अर्थ सुसंस्कृत आकार देना होता है. ये 16 संस्कार दैविक, भौतिक और आध्यात्मिक होते हैं.
Sanatan Dharm Facts
इसमें सबसे पहला संस्कार गर्भाधान है, इसमें गर्भवती महिलाओं को वो सारी चीजें बताई जाती है जिससे बच्चों में वंशानुगत कमियां ना आए.
Sanatan Dharm Facts
गर्भाधान के 60–90 दिन के भीतर पुंसवन संस्कार दिया जाता है. इससे वीर्य और रज की अशुद्धि दूर हो, ताकि स्वस्थ एवं उत्तम संतति का जन्म हो.
Sanatan Dharm Facts
गर्भाधान के सातवें महीने के बाद सीमन्तोन्नयन संस्कार होता है, ताकि शिशु सौभाग्य संपन्न हो, और इस संस्कार के समय पति को अपनी पत्नी को उसका साथ निभाने का वचन देना चाहिए.
Sanatan Dharm Facts
चौथा संस्कार जातकर्म कहलाता है, शिशु के नालच्छेदन से पूर्व इस संस्कार को किया जाता है. शिशु के जीभ पर नारायण चार बार लिख दिया जाता है.
Sanatan Dharm Facts
इसके बाद शिशु का पांचवा संस्कार नामकरण का होता है जो कुंडली के अनुसार किया जाता है.
Sanatan Dharm Facts
छठा संस्कार निष्क्रमण होता है, जिसमें शिशु को सूर्य तथा चन्द्रमा की रोशनी दिखाई जाती है.
Sanatan Dharm Facts
इसके बाद अगला और 7वां संस्कार अन्नप्राशन है, शिशु के जन्म से छठे महीने में यह संस्कार करना चाहिए.
Sanatan Dharm Facts
8वां संस्कार मुंडन संस्कार है. इसमें शिशु के सिर का बाल उतारा जाता है.
Sanatan Dharm Facts
इसके बाद शिशु का 9वां संस्कार विद्यारम्भ संस्कार है, जिस समय की उसकी शिक्षा की शुरुआत होती है.
Sanatan Dharm Facts
शिशु को दिया जानेवाला 10 वां संस्कार कर्णभेद है. वहीं उपनयन ( जनेऊ) ग्यारहवाँ संस्कार है.
Sanatan Dharm Facts
विद्यारम्भ से अलग ज्ञानारम्भ यानी जिविकोपार्जन के लिए दी जाने वाली शिक्षा 12वां संस्कार है.
Sanatan Dharm Facts
13वां संस्कार केशान्त संस्कार है, मतलब अब विद्यार्जन समाप्त हो गई है और अब आप सामाजिक क्षेत्र में जाने को तैयार हैं.
Sanatan Dharm Facts
समापवर्तन 14 वां संस्कार, मतलब अब गुरुकुल से विदाई का समय है. वह अंतिम दिन जब आपको वहां से निकलना है.
Sanatan Dharm Facts
इसके बाद विवाह को 15वां और मौत के बाद अंत्येष्टि को 16वां और अंतिम संस्कार बताया गया है.