Eearthquakes: 2.0 से लेकर 9.9 तक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता का क्या मतलब?
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Oct 03, 2023
8.0 से 8.9 तक की तीव्रता
8.0 से 8.9 तक की तीव्रता वाला भूकंपीय क्षटका सैकड़ों किलोमीटर के क्षेत्र में भीषण तबाही पैदा कर सकता है. यह साल में एकाध बार ही महसूस किया जाता है.
एक क्षेत्र विशेष
एक साल में 18 बार दर्ज होने वाले 7.0 से 7.9 की तीव्रता वाले भूकंप के झटकों से एक क्षेत्र विशेष में भारी तबाही होती है.
160 किलोमीटर
साल में 120 बार 6.0 से 6.9 वीव्रता वाले भूकंप के झटके दर्ज किए जाते हैं और 160 किलोमीटर के दायरे में यह घातक साबित होते हैं.
निश्चित क्ष़ेत्र में कमजोर
वहीं 5.0 से 5.9 की तीव्रता वाले झटकों की बात करें तो यह एक निश्चित क्ष़ेत्र में कमजोर मकानों को भारी नुकसान पहुंचाता है. साल में ऐसे 800 झटके महसूस किए जाते हैं.
साल में 6200 बार दर्ज
4.0 से 4.9 की तीव्रता वाले भूकंप की बात करें तो यह साल में 6200 बार दर्ज होते हैं. इसमें थरथराहट होती है और कई बार नुकसान भी हो जाते हैं.
तीव्रता वाले भूकंपीय झटके
रिक्टर स्केल पर 3.0 से 3.9 की तीव्रता वाले भूकंपीय झटके एक साल में करीब 49,000 बार दर्ज होते हैं. ये भी महसूस नहीं होते पर कभी कभी नुकसान दे जाते हैं.
करीब 1,000 झटके
2.0 से 2.9 की तीव्रता वाले करीब 1,000 झटके महसूस किए जाते हैं. आम तौर पर ये भी महसूस नहीं किए जाते.
रिक्टर स्केल
रिक्टर स्केल में 2.0 की तीव्रता से भूकंप के रोजाना 8,000 झटके लगते हैं, जो इंसान को महसूस ही नहीं होते.
ऐसे भूकंप करीब 20 साल में एक बार आते हैं
और अंत में 9.0 से 9.9 तक की तीव्रता वाले भूकंप हजारों किलोमीटर में तबाही ला सकते हैं. ऐसे भूकंप करीब 20 साल में एक बार आते हैं.