Mahabharata Facts: गणेश जी ने एक बार कलम उठाई और लिख दिया पूरा महाभारत, जानें 10 रोचक तथ्य
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Sep 26, 2023
अर्थ पर विचार
वहीं, जब गणेश उनके अर्थ पर विचार कर रहे होते उतने समय में ही व्यास जी कुछ और नये श्लोक रच देते थे.
कठिन श्लोकों को रच देते
गणेश जी ने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया. इस तरह व्यास जी बीच-बीच में कुछ कठिन श्लोकों को रच देते थे.
चतुरता से एक शर्त
फिर उन्होंने भी अपनी चतुरता से एक शर्त रखी कि कोई भी श्लोक लिखने से पहले गणेश जी को उसका अर्थ समझना होगा.
कठनाईयां उत्पन्न
वेदव्यास यह जानते थे कि यह शर्त बहुत कठनाईयां उत्पन्न कर सकती हैं.
गणेश जी ने क्या कहा था, जानिए
गणेश जी ने कहा था कि कलम एक बार उठा लेने के बाद काव्य समाप्त होने तक वे बीच में नहीं रुकेंगे.
गणेश जी लिखने को तैयार हो गये
इसलिए ब्रह्मा जी के कहने पर व्यास गणेश जी के पास पहुंचे. गणेश जी लिखने को तैयार हो गये, लेकिन एक शर्त रख दी थी.
इसकी जटिलता
क्योंकि इसकी जटिलता और लम्बाई के कारण यह बहुत कठिन था कि कोई इसे बिना कोई गलती किए वैसा ही लिख दे जैसा कि वे बोलते जाएं.
गंभीर समस्या
हालांकि, इसके बाद वेदव्यास सामने एक गंभीर समस्या आ खड़ी हुई कि इस काव्य के ज्ञान को सामान्य जन साधारण तक कैसे पहुंचाया जाये.
पौराणिक कथाओं में जिक्र
पौराणिक कथाओं में जिक्र है कि वेदव्यास ने हिमालय की तलहटी की एक पवित्र गुफा में तपस्या में ध्यान योग में स्थित होकर महाभारत की घटनाओं का स्मरण कर मन ही मन में महाभारत की रचना कर ली थी.
महाभारत की विशालता
महाभारत की विशालता और दार्शनिक गूढ़ता न केवल भारतीय मूल्यों का संकलन है बल्कि हिन्दू धर्म और वैदिक परम्परा का भी सार है.