Guruvar Vrat: ऐसे लोग जरूर रखें गुरुवार का व्रत, बदल जाएगी किस्मत

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Sep 28, 2023

बृहस्पतिवार व्रत का महत्व

बृहस्पतिवार के व्रत से श्री हरि और बृहस्पति ग्रह दोनों की कृपा मिल सकती है.

श्री हरि की कृपा

श्री हरि की कृपा से संपत्ति और सम्पन्नता दोनों मिल सकती है.

संतान

बृहस्पति देव की कृपा से संतान और विवाह की समस्याएं दूर हो सकती हैं.

ज्योतिष में बृहस्पति का स्थान

नवग्रहों में बृहस्पति को गुरु और मंत्रणा का कारक माना जाता है.

पीला रंग

पीला रंग, स्वर्ण, वित्त और कोष,कानून, ज्ञान, मंत्र, ब्राह्मण और संस्कारों को नियंत्रित करता है.

किनके लिए जरूरी

जिनकी कुंडलियों में बृहस्पति कमजोर हो.

वैवाहिक जीवन

जिनका विवाह न हो पा रहा हो या वैवाहिक जीवन गलत दिशा में जा रहा हो.

संतान सम्बन्धी

जिनको संतान सम्बन्धी कोई भी समस्या हो.

बृहस्पतिवार व्रत के नियम

प्रातःकाल स्नान करके व्रत का संकल्प लें.

सूर्य को हल्दी

सूर्य को हल्दी मिलकर जल अर्पित करें.

बृहस्पति देव के मंत्र

ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरूवे नम:॥ ऊं ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:॥ ऊं बृं बृहस्पतये नम:॥ ऊं क्लीं बृहस्पतये नम:॥ ऊं ह्रीं क्लीं हूं बृहस्पतये नमः॥

VIEW ALL

Read Next Story