Hindu Religion: व्यक्ति के मृत्यु के साल भर बाद ही क्यों मनाई जाती है बरसी?
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Jun 02, 2024
परिवार की सहायता
बताया जाता है कि हिन्दू धर्म में किसी व्यक्ति की मृत्यु होने के साल भर बाद बरसी मनाई जाती है,और इसमें ब्रह्मणों दान देते है और भोजन कराते है व मृतक का श्राद्ध किया जाता है ताकि मृतक पितृ बनकर सदैव उस परिवार की सहायता करते रहें.
गरुड़ पुराण के अनुसार
गरुड़ पुराण के अनुसार, बरसी मनाने का मुख्य उद्देश्य मृतक की आत्मा को शांति पहुंचाना है. और उसे अपने लिए किए गए गलत कर्मों हेतु माफ करना है.
अच्छा या बुरा कर्म
जब भी कोई व्यक्ति अच्छा या बुरा कर्म करता है उसका प्रभाव परिवार के सभी व्यक्तियों पर होता है. उसी की शांति के लिए बरसी मनाई जाती है. ताकि आत्मा को कोई कष्ट न हो.
जीवन चक्र का ज्ञान
बरसी में होने वाली क्रियाओं के जरिए हर परिवार को जीवन चक्र का ज्ञान व कर्मों के फलों का आभास कराया जाता है. ताकि जीवन चक्र में कोई बाधा ना आए.
मांगलिक कार्य करें या नहीं
दिवंगत आत्मा को कोई कष्ट नहीं पहुंचे. इसलिए कहा जाता है कि मृत्यु होने पर घर में एक साल तक किसी भी मांगलिक कार्य का आयोजन नहीं करना चाहिए.
क्यों करते है गरीबों को दान
हर माह पिंड दान करते हुए मृतक को चावल और पानी का अर्पण किया जाता है, और गरीबों को मृतक के वस्त्र आदि दान किए जाते हैं. ताकि आत्मा को कोई कष्ट न हो.