एक दूसरे से बहुत अलग है शादी और निकाह, जानें इन दोनों में 7 बड़े अंतर
Sep 11, 2023
हिन्दू धर्म में शादी को सात जन्मों का रिश्ता माना जाता है. जबकि मुस्लिम में इसे निकाह कहा जाता है और यहां ये पवित्र संस्कार न होकर एक समझौता कहा जाता है. तो आइये जानते है शादी और निकाह में अन्तर
हिन्दू विवाह में धर्म व धार्मिक भावनाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, किन्तु निकाह में भावनाओं का कोई स्थान नहीं होता है.
मुस्लिम लोग मेहर की प्रथा का पालन करते हैं जबकि हिन्दुओं में मेहर जैसी प्रथा नहीं होती है.
मुसलमान बहु विवाह में विश्वास करते हैं, लेकिन हिन्दू ऐसी प्रथा का तिरस्कार करते हैं.
मुसलमान अस्थाई विवाह मूता को मानते हैं, लेकिन हिन्दू नहीं मानते. हिन्दू विवाह में समझौते के लिए इद्दत को नहीं मानते.
हिन्दू लोग विधवा विवाह को हेय दृष्टि से देखते हैं, जबकि मुसलमान लोग विधवा विवाह में विश्वास रखते हैं.
हिन्दुओं में विवाह विच्छेद केवल मृत्यु के बाद ही सम्भव है. मुसलमानों में पुरुष के उन्माद पर विवाह विच्छेद हो जाता है.
मुसलमान पुरुष अपनी पत्नी को न्यायालय के हस्तक्षेप के बिना भी तलाक दे सकता है, लेकिन हिन्दू लोग न्यायालय के माध्यम से ही विवाह विच्छेद कर सकते हैं.