Ekadashi Vrat: कितनी तरह की होती है एकादशी, किसके क्या-क्या हैं फायदे
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Sep 21, 2023
Kamada and Papmochani Ekadashi
चैत्र माह में पड़ने वाली कामदा एकादशी का व्रत करने से राक्षसों की योनि से छुटकारा मिलता है और पापमोचनी एकादशी व्रत करने से सभी पाप मिट जाते है.
Varuthini and Mohini Ekadashi
वैशाख माह में सौभाग्य देने वाली वरुथिनी और सुख-समृद्धि प्रदान करने वाली मोहिनी एकादशी पड़ती है.
Apara and Nirjala Ekadashi
ज्येष्ठ माह में अपरा और निर्जला एकादशी व्रत किया जाता है. इन दोनों व्रतों को करने से साधक को अपार खुशियां प्राप्त होती है.
Yogini and Devshayani Ekadashi
आषाढ़ माह पड़ने वाली योगिनी एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के पारिवारिक सुख में वृद्धि होती है. वहीं देवशयनी एकादशी व्रत करने से सिद्धि प्राप्त होती है.
Kamika and Putrada Ekadashi
सावन माह में कामिका और पुत्रदा एकादशी आती है. इस दिन व्रत और पूजा-पाठ करने से पापों से मुक्ति और संतान सुख की प्राप्ति होती है.
Aja and Parivartini Ekadashi
भाद्रपद माह में पड़ने वाली अजा एकादशी का व्रत पुत्र सफलता और सुरक्षा के लिए किया जाता है और परिवर्तिनी एकादशी का व्रत सभी कष्टों से मुक्ति पाने के लिए किया जाता है.
Indira and Papankusha Ekadashi
आश्विन माह में पितरों की मुक्ति के लिए इंदिरा एकादशी और पापों से मुक्ति पाने के लिए पापांकुशा एकादशी का व्रत किया जाता है.
Rama and Dev Uthani Ekadashi
कार्तिक के महीने में सुख और ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए रमा एकादशी और भाग्य जगाने के लिए देवउठनी एकादशी का व्रत किया जाता है.
Utpana and Mokshada Ekadashi
मार्गशीर्ष माह में उत्पन्ना और मोक्षदा एकादशी व्रत किया जाता है. इन व्रतों को करने से पितर तृप्त होते हैं और घर की बरकत होती है.
Safla and Putrada Ekadashi
पौष माह में सफल होने के लिए सफला एकादशी और पुत्र की प्राप्ति के लिए पुत्रदा एकादशी व्रत किया जाता है.
Shattila and Jaya Ekadashi
माघ के महीने में दुर्भाग्य को दूर करने के लिए षटतिला और मोक्ष प्राप्त करने के लिए जया एकादशी व्रत किया जाता है.
Vijaya and Amalaka Ekadashi
फाल्गुन में सभी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए विजया एकादशी और सभी तरह के रोगों से मुक्ति पाने के लिए आमलकी एकादशी व्रत किया जाता है.
Kamala and Parama Ekadashi
इस अलावा अधिक मास में मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए कमला एकादशी और धन-वैभव की प्राप्ति के लिए परमा एकादशी व्रत किया जाता है.