हमारे पुराने ग्रंथों में कहा जाता है कि 84 रत्न होते हैं. जिनमें माणिक, हीरा, नीलम, पन्ना, लाल मूंगा, मोती, पुखराज और लेहसुनिया शामिल हैं. इन्हें नवरत्न भी कहा जाता है, बाकी रत्नों को उपरत्न कहा जाता है.
PUSHPENDER KUMAR
May 07, 2024
Navratan
आचार्य मदन मोहन के अनुसार रत्न हमें कई सारे लाभ प्रदान करते हैं. उपरत्नों में माणिक, हीरा, नीलम, पन्ना, लाल मूंगा, मोती, पुखराज और लेहसुनिया मुख्य रत्न माने गए हैं.
Many Types of Gems
शास्त्रों के मुताबिक 84 रत्न होते हैं. इन 9 रत्नों के अलावा सभी उपरत्न कहलाते हैं. उपरत्न एक तरह से रत्नों के विकल्प माने जाते हैं और ये रत्नों जितने ही प्रभावशाली होते हैं, उतना ही फायदा करते हैं.
Upratana Benefit
रत्न बहुत ही कीमती होते हैं, जिनका मूल्य बहुत अधिक होता है. कुछ लोग रत्न नहीं खरीद सकते, इसलिए वे उनके उपरत्न खरीदते हैं. रत्न कम मात्रा में मिलते हैं और इनकी डेंसिटी ज्यादा होती है.
Uses of Upratan
उपरत्न ज्यादा मात्रा में मिलते हैं, इसलिए उनका मूल्य रत्नों से कम होता है. फिर भी दोनों से हमें बराबर फायदा मिलता है. बस यह ध्यान रखना चाहिए कि चाहे रत्न पहने या फिर उपरत्न दोनों ही शुद्ध होने चाहिए तभी हमें लाभ होगा.
Semi-Precious Stones
आप पन्ने की जगह ओनेक्स पहन सकते हैं. ओनेक्स सस्ता होने के साथ ही इसका काफी लाभ भी होता है.
Topaz Gemstone
पुखराज की बजाय आप सुनैला पहन सकते हैं. हीरे की जगह आप सफेद जरकन या फिर सफेद ओपल पहन सकते हैं.
Sapphire Gemstone
नीलम की बजाय आप नीलमणि पहन सकते हैं और लेहसुनिय के स्थान पर आप लाजवृत पहन सकते हैं. ये उपरत्न भी रत्नों से कम नहीं होते, बल्कि कई बार उनसे भी अधिक लाभकारी साबित होते हैं.