कैसे हुई थी कॉफी की खोज कहां होता है सबसे ज्यादा उत्पाद, फायदे और नुकसान?
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
May 17, 2024
कॉफी की खोज
कॉफी की खोज इथियोपिया में 800 ईस्वी के आसपास के दौरान हुई थी
कॉफी
एयरपोर्ट,मॉल से लेकर छोटे बाजारों में भी आपको कॉफी का आउटलेट देखने को मिल जाएगा. दुनियाभर में रोजाना करीब दो अरब कप से भी ज्यादा कॉफी पी जाती है.
शैतान की ड्रिंक
एक समय ऐसा भी था की जब कॉफी को शैतान की पसंदीदा ड्रिंक कहा जाता था. लेकिन आज कॉफी दुनियाभर के लोगों की पसंदीदा पेय बन गई है.
कॉफी का इतिहास
कॉफी का इतिहास बहुत ही रोचक है.1720 में गेब्रियल डी क्लियो मार्टीनिक में कॉफी के पौधे लाए. बाद में इन फलियों से 18,680 कॉफी के पेड़ उग आए. सेंट-डोमिंगु ने दुनिया की आधी कॉफी की आपूर्ति की.
काल्दी
कहा जाता है कि काल्दी नामक एक गड़रिया अपनी भेड़ों को लेकर जंगलों में गया था. इस दौरान उसने देखा कि उसके भेड़ कुछ लाल रंग की बेरी खाकर इतनी ऊर्जावान हो गई कि वे रात में सोना नहीं चाहती थीं
कॉफी का उत्पादन
बता दें कि दुनियाभर में सबसे ज्यादा कॉफी का उत्पादन ब्राजील में होता है. ब्राजील के बाद वियतनाम, पेरू और इंडोनेशिया जैसे देशों में कॉफी का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है.
बेरी का स्वाद
काल्दी ने जब उन बेरी को चखा, तो उसे भी शरीर में ऊर्जा महसूस हुई. गड़रिया उसने उन बेरी को तोड़कर रख लिया और साधुओं के मठ पहुंचा.
कॉफी की सुगंध
कॉफी को आग में जलने से जो सुगंध वहां फैली. सभी साधुओं का ध्यान आकर्षित हुआ. इसके बाद साधुओं ने इस बीन को निकालकर उसे कूटकर गर्म पानी में डाल स्वाद लिये.
कॉफी के फायदे
कैलोरी बर्न बढ़ाता है. जो आपके शरीर में ऊर्जा स्तर को बढ़ाने की क्षमता रखता है. साथ ही यह थकान से लड़ने में भी बहुत मददगार है.
कॉफी से नुकसान
कॉफी ज्यादा पीने से नुकसान व्यग्रता पाचन संबंधी समस्याएं होते है और गर्भावस्था के लिए हानिकारक होता है