Indian Railway: गार्ड के साथ चलने वाले इस बक्से के बिना नहीं चल सकती ट्रेन, जानें ऐसा क्या है इसमें खास?
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Sep 21, 2024
भारतीय रेलवे
भारतीय रेलवे से लाखों लोग प्रतिदिन सफर करते हैं. आप में से बहुत लोगों ने देखा होगा कि रेलवे प्लेटफार्म पर एक बक्सा रखा होता है. जिसमें ताला लगा होता है.
ट्रेन यात्री
जो भी लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं, उन्होंने देखा होगा की ट्रेन में गार्ड के साथ एक बक्सा चलता है. जिसके बिना ट्रेन नहीं खुलती.
ट्रेन नहीं खुलती
आखिर ऐसा क्या इस बक्सा में रहता है, जिसके बिना कोई भी ट्रेन नहीं खुलती? अगर आपके मन में भी ये सवाल आता है, तो चलिए हम आपको इसके बारे में बता देते हैं.
गार्ड बॉक्स
बता दें कि ट्रेन में गार्ड के साथ जो बक्सा चलता है उसे लाइन-बॉक्स कहते है. जिसे गार्ड बॉक्स के नाम से भी जाना जाता है.
काला
लाइन-बॉक्स में ट्रेन गार्ड के लिए जरूरी सामान रखा होता है. जिसका रंग आम तौर पर काला रंग का ही होता है.
ट्रेन गार्ड जरूरी सामान
लाइन-बॉक्स में ट्रेन गार्ड के लिए जरूरी सामान में मेमो बुक, फर्स्ट एड बॉक्स, लाल और हरी झंडी, पैडलॉक और चाबी होती है.
एलईडी लैंप
इसके अलावा लाइन-बॉक्स में एलईडी लैंप और टेल बोर्ड होता है, जिसका इस्तेमाल हमेशा अंतिम वैगन के पीछे लगाने के लिए किया जाता है.
डेटोनेटर
लाइन-बॉक्स में आपातकालीन पटाखा सिग्नल के लिए 10 डेटोनेटर होते हैं. इसके साथ ही इसमें शिकायत पुस्तिका, सेल, और टॉर्च भी होता है.
चाबी
लाइन-बॉक्स में इन सभी चीजों के अलावा एयर ब्रेक कोच की अलार्म चेन पुलिंग को रिसेट करने के लिए चाबी होती है.
लाइन-बॉक्स
लाइन-बॉक्स पर सफेद रंग से गार्ड या लोको पायलट का पूरा नाम, पदनाम और मुख्यालय का नाम लिखा होता है. इसके साथ ही पहचान चिह्न भी यहां अंकित होता है.
नाम और पहचान चिह्न
लाइन-बॉक्स पर सफेद रंग से नाम और पहचान चिह्न होने के वजह से बॉक्स-पोर्टर को सही ट्रेन में सही क्रू के लाइन-बॉक्स को चढ़ाने में मदद मिलती है.
बॉक्स-पोर्टर
आपको बता दें कि लाइन-बॉक्स को ट्रेन में चढ़ाने और उतारने का काम बॉक्स-पोर्टर करता है.