जगन्नाथ रथयात्रा

20 जून 2023 को जगन्नाथ रथयात्रा निकाली जाएगी.

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Jun 18, 2023

अक्षय तृतीया

भगवान जगन्नाथ की इस यात्रा के लिए रथ बनाने का कार्य अक्षय तृतीया से दिन से ही शुरू हो जाता है.

रथ की खासियत

रथ की खासियत यह है कि इसे बनाने के लिए जिन लकड़ियों का प्रयोग होता है उन्हें सोने की कुल्हाड़ी से काटा जाता है.

रथ बनाने का समय

इस रथ को बनाने में करीब 2 महीने का समय लग जाता है और इसके लिए खास नियम का पालन किया जाता है.

पेड़ों की पूजा

मंदिर के पुजारी जंगल जाकर उन पेड़ों की पूजा करते हैं, जिनकी लकड़ियों का इस्तेमाल रथ बनाने में होता है.

महाराणा

पूजा के बाद उन पेड़ों पर महाराणा द्वारा सोने की कुल्हाड़ी से कट लगाया जाता है.

सोने की कुल्हाड़ी

इस कुल्हाड़ी को पहले भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा से स्पर्श कराया जाता है.

कारीगर

जब तक रथ बनकर तैयार नहीं हो जाता तब तक कारीगर भी वहीं रहते हैं.

शाकाहारी भोजन

कारीगर एक ही समय का वो भी केवल शाकाहारी भोजन ही करते हैं.

ब्रह्मचर्य का पालन

इस दौरान कारीगरों को ब्रह्मचर्य का पालन करना अनिवार्य होता है.

रथ निर्माण

यदि कारीगर के परिवार में किसी भी तरह की अनहोनी हो जाए तो उसे रथ निर्माण के काम से हटना पड़ता है.

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